पश्चिमी ताकत यूएन में सीरिया प्रस्ताव पर बनाएंगे दबाव

पश्चिमी ताकत यूएन में सीरिया प्रस्ताव पर बनाएंगे दबाव

संयुक्त राष्ट्र : पश्चिमी ताकतें रासायनिक हथियारों को सीरिया से दूर रखने के लिए संयुक्त राष्ट्र के एक प्रस्ताव को लेकर अपनी कोशिशों पर दबाव बनाने के लिए तैयार दिख रही है। संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञों ने बिना दोषी ठहराए कहा है कि उन्होंने ‘स्पष्ट और विश्वसनीय सबूत’ जुटाए हैं कि 21 अगस्त को दमिश्क के उपनगरीय इलाके घोउटा में सीरियाई प्रशासन ने व्यापक स्तर पर सेरीन गैस का इस्तेमाल किया। संयुक्त राष्ट्र ने सीरिया में सैन्य हमले की धमकी दी थी, जहां 1,400 से ज्यादा लोग मारे गए।

संयुक्त राष्ट्र में वाशिंगटन की दूत समांता पावर ने कहा, संयुक्त राष्ट्र के तकनीकी विवरण से स्पष्ट पता चलता है कि केवल प्रशासन ने ही इतने बड़े स्तर पर रासायनिक हमले को अंजाम दिया होगा। फ्रांस के विदेश मंत्री लौरेंट फैबिअस ने कहा कि ‘निस्संदेह’ सरकारी बल गुनाहगार है, जबकि ब्रिटेन के विदेश मंत्री विलियम हेग ने कहा कि रिपोर्ट से स्पष्ट तौर पर पता चलता है कि हमले के पीछे सीरिया प्रशासन था।

राजनयिकों ने कहा कि अगर असद निरस्त्रीकरण योजना पर अमल नहीं करते और रासायनिक हमला मामले को अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय को नहीं सौंपते तो फ्रांस और ब्रिटेन सुरक्षा परिषद के अन्य सदस्यों को जल्द ही मसौदा प्रस्ताव भेजेंगे। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, September 17, 2013, 22:36

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