Last Updated: Monday, October 1, 2012, 18:58

इस्लामाबाद : ईसाई लड़की रिम्शा मसीह के खिलाफ ईशनिंदा मामले में आज एक नया मोड़ आ गया जब रिम्शा को फंसाने वाले एक इमाम पर आरोप लगाने वाले दो व्यक्तियों ने अपने बयान से मुकरते हुए दावा किया कि इमाम के खिलाफ गवाही देने के लिए पुलिस ने उन्हें यातनाएं दी थी।
इससे पहले इमाम खालिद चिश्ती के खिलाफ बयान दर्ज कराने वाले दो गवाहों ने इस्लामाबाद में जिला और सत्र न्यायाधीश की अदालत में ताजा बयान पेश किया जिसमें कहा कि इस घटना में चिश्ती को दोषी ठहराने के लिए पुलिस ने उनपर दबाव डाला था। गवाहों ने दावा किया है कि पुलिस ने उन्हें यातना दी और चिश्ती के खिलाफ बयान देने के लिए दबाव डाला।
बहरहाल, मुख्य गवाह हाफिज मोहम्मद जुबैर इमाम के खिलाफ अपने बयान से नहीं पलटा है। जुबैर उसी मस्जिद में मुअज्जिन है जिसमें चिश्ती इमाम है। शुरूआती रिपोटरें में बताया गया था वह भी अपने बयान से मुकर गया है। गवाहों के आज अपने बयान से मुकरने के बावजूद तीनों गवाहों ने इससे पहले आज कुछ खबरिया टीवी चैनलों से बातचीत की और ईशनिंदा मामले में रिम्शा को फंसाने के लिए चिश्ती पर सबूत के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया। उन्होंने बताया था कि रिम्शा के पास एक थला था। चिश्ती ने उसमें धार्मिक किताब के जले हुए पन्ने डाले थे।
इस बीच, जिला और सत्र न्यायाधीश ने चिश्ती की जमानत याचिका पर सुनवाई तीन अक्तूबर तक टाल दी। पुलिस ने इससे पहले अंतरिम चालान या आरोपपत्र दाखिल किया था जिसमें कहा गया था कि चिश्ती ने सबूत के साथ छेड़छाड़ की। इससे पहले चिश्ती को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।
इसी बीच, एक अलग लेकिन घटनाक्रम में, इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने आज रिम्शा पर ईशनिंदा के मामले में सुनवाई 17 अक्तूबर तक स्थगित कर दी। हाईकोर्ट की एकल पीठ ने रिम्शा के खिलाफ मामला खारिज करने को लेकर दाखिल उसके वकील की याचिका पर सुनवाई के दौरान यह स्थगन आदेश दिया। सुनवाई के दौरान, अभियोजन पक्ष के एक प्रतिनिधि ने अदालत से कहा कि वकील अभी इस्लामाबाद में नहीं हैं।
अभियोजन पक्ष के प्रतिनिधि ने वकील को अदालत में पेश होने के लिए कुछ और समय देने की मांग की। न्यायाधीश ने अभियोजन की मांग स्वीकार करते हुए सुनवाई आगे के लिए स्थगित कर दी। गौरतलब है कि 16 अगस्त को इस्लामाबाद के बाहरी इलाके में रिम्शा को गिरफ्तार किया गया था। रिम्शा के पड़ोसी मलिक अम्माद ने उस पर धार्मिक किताब के पन्ने जलाने का आरोप लगाया था। ईशनिंदा में आरोपित की गई रिम्शा को तीन सप्ताह तक रावलपिंडी की उच्च सुरक्षा वाली आडियाला जेल में रखा गया था। इस जेल में कुछ अन्य शीर्ष आतंकवादी भी बंद है। (एजेंसी)
First Published: Monday, October 1, 2012, 18:56