Last Updated: Monday, March 25, 2013, 19:31
लाहौर : पाकिस्तान की एक जेल के कर्मचारियों द्वारा कथित तौर पर पीटे जाने के कारण भारतीय कैदी चमबैल सिंह की मौत के मामले में नए तथ्य सामने आए हैं। पोस्टमार्टम से पता चला है कि सिंह के शरीर पर चोट के निशान थे। प्रशासन ने चमबैल सिंह के शव का पोस्टमार्टम करने के लिए एक चिकित्सा बोर्ड का गठन किया था। सिंह के शव को 13 मार्च को भारत भेजा गया और पोस्टमार्टम इससे ठीक पहले किया गया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि सिंह के शरीर पर चोट के निशान थे। इसमें एक निशान दाहिने घुटने पर था जिसकी हड्डी टूटी थी।
सूत्रों ने कहा कि मौत की असली वजह का पता करने के लिए बाद में एक रसायनिक जांच की जाएगी। सिंह को बीते 15 जनवरी को यहां के जिन्ना अस्पताल में मृत घोषित किया गया था। कहा गया कि कोट लखपत जेल के कर्मचारियों ने उसकी पिटाई की थी और यही उसकी मौत की वजह बनी।
पाकिस्तानी वकील तहसीन खान ने दावा किया था कि जेल के कर्मचारियों की पिटाई के कारण चमबैल सिंह की मौत हुई। खान ने 42 महीने की सजा काटकर कोट लखपत जेल से हाल ही में रिहा हुए हैं। खान ने पहले से पीटीआई से कहा था, ‘‘बीते 15 जनवरी को मैंने जेल के तीन कर्मचारियों को चमबैल सिंह की पिटाई करते देखा। उसे बेरहमी से पीटा गया था और मेरा मानना है कि इसी वजह से उसकी मौत हुई।’’ जेल के अधिकारियों ने खान के दावे को खारिज करते हुए कहा था कि सिंह की मौत की वजह दिल का दौरा मालूम पड़ता है।
भारतीय कैदी सरबजीत सिंह के वकील अवैस शेख ने कहा था कि पोस्टमार्टम की शुरुआती रिपोर्ट मिलने के बाद वह जेल अधिकारियों के खिलाफ अदालत में याचिका दायर करेंगे। (एजेंसी)
First Published: Monday, March 25, 2013, 19:31