फुटबॉल दंगा मामले में फैसला आने के बाद मिस्र में हिंसा

फुटबॉल दंगा मामले में फैसला आने के बाद मिस्र में हिंसा

फुटबॉल दंगा मामले में फैसला आने के बाद मिस्र में हिंसा काहिरा : मिस्र की अदालत द्वारा पिछले वर्ष फुटबॉल मैच के दौरान स्टेडियम में भड़के दंगे के 21 दोषियों की मौत की सजा बरकरार रखने के फैसले के बाद देश में भड़की हिंसा में खेल प्रशंसकों ने राष्ट्रीय फुटबॉल मुख्यालय और पुलिस क्लब को आग लगा दी। अदालत ने इस मामले में 28 आरोपियों को बरी कर दिया है।

फुटबॉल स्टेडियम में हुई हिंसा में 74 से ज्यादा लोग मारे गए थे।

न्यायमूर्ति सोबी आब्देल मेगुइद की अध्यक्षता वाले पोर्ट सईद आपराधिक न्यायालय ने 74 प्रशंसकों की मौत के 73 आरोपियों में से 21 की मौत की सजा की पुष्टि की । पिछले वर्ष फरवरी में फुटबॉल मैच के बाद स्टेडियम में हुई इस हिंसा में काहिरा के अल-अह्ली फुटबॉल क्लब के प्रशंसक मारे गए थे।

इस मामले में अदालत ने पांच लोगों को उम्र कैद और 19 लोगों को कारावास की सजा सुनायी जबकि 28 लोगों को बरी कर दिया।

मीडिया में आयी खबरों के अनुसार, मध्य काहिरा में एक प्रदर्शनकारी की पुलिस की गोली लगने से मौत हो गई।

प्रदर्शनकारियों ने पुलिस क्लब और मिस्र के फुटबॉल एसोसिएशन के भवन को आग लगा दी। मिस्र फुटबॉल एसोसिएशन के शीर्ष अधिकारी थारवात सलीम ने बताया कि मिस्र द्वारा विभिन्न फुटबॉल मैचों में जीते गए पदक चोरी हो गए हैं।

सरकारी संवाद समिति ‘एमईएनए’ की खबर के अनुसार सलीम का कहना है कि एसोसिएशन के भवन को आग लगाने से पहले सारे पदक चोरी कर लिये गये। दमकल कर्मचारियों को आग बुझाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।

अदालत ने पिछले वर्ष दंगे के दौरान फुटबॉल स्टेडियम की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार पूर्व पुलिस प्रमुख जनरल एस्साम समाक और ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद साद को 15 वर्ष कैद की सजा सुनायी। सात अन्य पुलिस अधिकारियों को बरी कर दिया गया। (एजेंसी)

First Published: Saturday, March 9, 2013, 23:44

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