'बोस्निया, रवांडा जैसे हालात न हो सीरिया में' - Zee News हिंदी

'बोस्निया, रवांडा जैसे हालात न हो सीरिया में'



संयुक्त राष्ट्र : सीरिया मामलों पर संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत कोफी अन्नान वहां शांति स्थापना के लिये प्रतिबद्ध हैं और वह पूर्व में बोस्निया और रवांडा में मिली असफलता का दोहराव नहीं चाहते। उनका मानना है कि अगर सीरिया में युद्धविराम लागू नहीं होता है, तो उनकी साख पर बट्टा लग सकता है।

 

अन्नान कल फिर सीरिया संकट पर सुरक्षा परिषद को जानकारी दे सकते हैं। अन्नान 1993 से 1996 के दौरान संयुक्त राष्ट्र में शांति विभाग के प्रमुख रह चुके हैं। इसी समय बोस्निया युद्ध और रवांडा नरसंहार की घटना हुयी थी।

 

बोस्निया के सेबर्निका शहर में 8,000 मुस्लिमों को मौत के घाट उतार देने की घटना को अन्नान ने संयुक्त राष्ट्र इतिहास में अविस्मरनीय घटना कहा था जबकि रवांडा में 1994 में 800,000 लोगों की हत्याओं को रोकने के लिए ‘और कुछ करने की’ जरुरत बतायी थी।

 

वरिष्ठ राजनयिकों ने पूर्व संयुक्त राष्ट्र महासचिव के हवाले से कहा है कि वह उन असफलताओं के दोहराव को रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

 

सीरिया अभियान में अन्नान के साथ निकट संपर्क में रहे एक संयुक्त राष्ट्र राजनयिक ने कहा, इन घटनाओं ने उनकी जिंदगी पर असर डाला है। उन्होंने कहा, अन्नान का मानना है कि उनका मुख्य हथियार उनकी प्रतिष्ठा, विश्वसनीयता है और अगर युद्धविराम लागू नहीं होता है, तो उनकी साख पर बट्टा लग सकता है जैसा कि बोस्निया में हुआ था।  (एजेंसी)

First Published: Monday, April 23, 2012, 11:44

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