Last Updated: Friday, March 29, 2013, 17:24

रोम : भावुकता से भरे इटली के रक्षा मंत्री गियामपाओलो दी पाओला ने कहा कि भारतीय मछुआरों की हत्या के मामले में मुकदमे का सामना करने के लिए भारत भेजे गए दोनों इतालवी मरीन्स अपनी इच्छा से वापस गए हैं।
दो भारतीय मछुआरों की हत्या के आरोपी मरीन्स मस्सीमिलानो लातोरे और सल्वातोरे गिरोने, को मुकदमे का सामना करने के लिए 22 मार्च को भारत भेजा गया। चुनाव में मतदान के लिए वापस आए मरीन्स को रोम ने भारत वापस भेजने से इंकार कर दिया था, लेकिन कूटनीतिक नोंकझोंक के बाद इटली ने उन्हें वापस भेज दिया।
भारत ने रोम द्वारा मरीन्स को वापस नहीं भेजने का निर्णय लेने पर उनके राजदूत के देश छोड़ने पर रोक लगा दी। इसी क्रम में आगे इटली के विदेश मंत्री जूलियो टैरजी ने यह कहते हुए इस्ताफा दे दिया कि मरीन को वापस नहीं भेजने की उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया गया।
इटली की संवाद समिति एएनएसए की खबर के अनुसार, रक्षा मंत्री इतालवी वायुसेना की 90वीं जयंती पर नेपल्स में आयोजित एक समारोह में बोल रहे थे। समारोह के दौरान बोलते हुए उनका गला रूंध गया और आंखों में आंसू आ गए।
उन्होंने मीडिया में आयी इन खबरों को खारिज किया कि मरीन्स मुकदमे का सामना करने के लिए भारत वापस नहीं जाना चाहते थे। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 29, 2013, 17:24