Last Updated: Thursday, March 22, 2012, 12:17
बामको : अफ्रीकी देश माली में बगावत पर उतरे सैनिकों ने यहां की सरकार को अपदस्थ करके राष्ट्रपति आवास पर कब्जा कर लिया है। रात में हुए तख्तापलट के कारण अपना महल छोड़कर भागने को मजबूर हुए माली के राष्ट्रपति अमादू तोउमानी तोउरे को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और वह सुरक्षित स्थान पर हैं। इस बात की जानकारी वफादार सैन्य सूत्रों ने दी।
सैन्य अधिकारी ने नाम गुप्त रखने के शर्त पर बताया, ‘राष्ट्रपति स्वस्थ हैं और सुरक्षित स्थान पर हैं।’ उन्होंने कहा कि गृह और रक्षा मंत्री भी सुरक्षित हैं। परिस्थितियां तेजी से बदल रही हैं। हम जानने की कोशिश कर रहे हैं कि इन सब के पीछे कौन है।’ बतौर राष्ट्रपति दो कार्यकाल पूरा कर चुके तोउरे को 29 अप्रैल को राष्ट्रपति चुनाव होने के बाद अपना पद छोड़ना था।
राजधानी बामको में कई स्थानों पर गोलीबारी की आवाज सुनी गई। बागी सैनिकों ने पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया है। बामको हवाई अड्डे को भी बंद कर दिया गया और एक उड़ान को बैरंग वापस लौटना पड़ा। सैनिकों का कहना है कि देश के उत्तरी हिस्से में तुआरेग जातीय हिंसा को लेकर सरकार का जवाब बेहद कमजोर रहा है और उसने पूरे देश को गुमराह किया, इसी कारण वे सरकार को अपदस्थ कर रहे हैं।
राष्ट्रीय टेलीविजन पर 20 सैनिकों को देखा गया और इन लोगों ने ऐलान किया कि अब देश की बागडोर सेना की राष्ट्रीय समिति के नियंत्रण में है ताकि माली में फिर से लोकतंत्र की स्थापना और पूरी व्यवस्था को नए सिरे से बनाया जा सके। राष्ट्रीय समिति का पूरा नाम ‘नेशनल कमिटी फॉर द रीस्टैबलिशमेंट ऑफ डेमोक्रेसी एंड द रेस्टोरेशन ऑफ डेमोक्रेसी एंड रेस्टोरेशन ऑफ स्टेट’ अथवा ‘सीएनआरडीआर’ है। इन सैनिकों ने कहा कि वे माली के संविधान को निलंबित कर रहे हैं और सभी सरकारी संस्थाओं को भंग कर रहे हैं। सैनिको की शिकायत रही है कि सरकार ने तुआरेग अलगाववादियों से लड़ने के लिए पूरी व्यवस्था नहीं की है।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, March 22, 2012, 19:15