Last Updated: Tuesday, January 3, 2012, 15:29
काहिरा : मिस्र के अपदस्थ राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक ने मंगलवार को अभियोजकों का सामना किया। अभियोजक मुबारक से उनके शासन विरोधी प्रदर्शनकारियों की हत्या का आदेश देने, पद का दुरुपयोग करने और भ्रष्टाचार के आरोपों में सवाल पूछेंगे। अभियोजन पक्ष इस सत्र में अपनी दलीलें पेश करेगा, जो तीन दिन से अधिक समय तक चलने की उम्मीद है। पूर्व राष्ट्रपति को अदालत कक्ष में स्ट्रेचर पर लादकर लाया गया। मुबारक के साथ उनके पुत्र जमाल और अला भी मौजूद थे। वे भी आरोपों का सामना कर रहे हैं।
मिस्र के पूर्व आंतरिक मंत्री हबीब अल-अदली और छह शीर्ष पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी काहिरा की अदालत में उनके साथ मुकदमा चलाया जा रहा है। मुबारक और उनके सहायकों पर आरोप है कि पिछले साल हुए विद्रोह के दौरान 800 से अधिक प्रदर्शनकारियों की हत्या में उनकी साठगांठ थी। इस विद्रोह के बाद मुबारक को राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देना पड़ा था। अगर मुबारक दोषी ठहराए जाते हैं तो उन्हें मौत की सजा हो सकती है।
आरोपियों पर भ्रष्टाचार का भी आरोप है। मुबारक के खिलाफ तीन महीने के अंतराल के बाद बुधवार को मुकदमा शुरू हुआ था। इस दौरान नए सिरे से प्रदर्शन और संघर्ष देखने को मिला। मिस्र के अभियोजकों ने हुस्नी मुबारक (83) पर आज अत्याचारी शासक होने का आरोप लगाया। उन्होंने देश के इस बीमार एवं अपदस्थ तानाशाह को 800 प्रदर्शनकारियों की हत्या का आदेश देने, पद का दुरूपयोग करने और भ्रष्टाचार में संलिप्त होने के आरोपों को लेकर कठोर सजा देने की मांग की।
पिछले साल मिस्र में हुए एक जनांदोलन के चलते हुस्नी मुबारक को अपना पद छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था। मुख्य अभियोजक मुस्तफा सुलेमान ने काहिरा की अदालत को बताया कि अपने छोटे बेटे जमाल को सत्ता सौंपने की मांग करने वाले अत्याचारी नेता मुबारक ने देश में भ्रष्टाचार फैलाया, अपने दोस्तों एवं रिश्तेदारों के लिए इसके द्वार खोल दिए और बगैर किसी जवाबदेही के देश पर शासन किया।
अदालत में अभियोजन पक्ष मुबारक और उनके दो बेटे जमाल एवं अला, उनके सुरक्षा प्रमुख एवं एक करीबी सहयोगी सहित 10 अन्य के खिलाफ अपनी दलील पेश करेगा। बीमार मुबारक को एक स्ट्रेचर पर अदालत कक्ष में लाया गया।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 3, 2012, 20:59