Last Updated: Monday, July 9, 2012, 08:29

काहिरा : मिस्र के नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी ने देश की शीर्ष अदालत के फैसले को पलटते हुए संसद को बहाल करने का आदेश जारी किया। ऐतिहासिक चुनाव से कुछ दिन पहले एक अलोकप्रिय फैसले के तहत संसद को भंग कर दिया गया था।
लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित देश के पहले राष्ट्रपति मुरसी ने अपने पहले असरदार कदम के तहत शासनादेश जारी करते हुए संसद के निचले सदन को उन जिम्मेदारियों का निर्वहन करने को कहा जिसे सेना ने करने से रोक दिया था।
राष्ट्रपति के आदेश में कहा गया है कि नए संविधान की पुष्टि होने के 60 दिनों के अंदर नए संसदीय चुनाव कराए जाएंगे। उस समय तक पहले से निर्वाचित प्रतिनिधि अपना काम करते रहेंगे। इसके पहले शीर्ष संवैधानिक अदालत ने 14 जून को एक आदेश में इस आधार पर संसद को भंग करने का आदेश दिया था कि चुनाव में कुछ प्रावधानों का उल्लंघन हुआ था।अदालत की इस व्यवस्था के बाद सेना ने संसद की विधायी क्रियाकलाप अपने हाथ में ले लिये थे।
राष्ट्रपति के आज के शासनादेश ने कई को हैरत में डाल दिया है। इसके बाद मिस्र की सुप्रीम कौंसिल आफ आर्म्डआ फोर्सेज (एससीएए) ने तत्काल एक आपात बैठक इस घटनाक्रम पर चर्चा के लिए आहूत की है। (एजेंसी)
First Published: Monday, July 9, 2012, 08:29