Last Updated: Friday, April 5, 2013, 15:21

सियोल : उत्तर कोरिया ने अपनी धमकियों से कोरियाई प्रायद्वीप में युद्ध जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। उत्तर कोरिया ने परमाणु हथियारों से लैस अपनी लंबी दूरी की मिसाइलों का रूख अमेरिकी सैनिक अड्डों की ओर कर दिया है जिससे पूरे एशिया प्रशांत क्षेत्र में परमाणु विभीषिका का खतरा पैदा हो गया है। दक्षिण कोरिया के उच्च पदस्थ सूत्रों के हवाले से यॉनहेप न्यूज एजेंसी ने खबर दी है कि इस सप्ताह के शुरू में ही उत्तर कोरिया ने इंटरमीडिएट रेंज के मुसुडैन मिसाइल को ट्रेन से लाकर और पूर्वी तट पर तमाम साजो सामान से लैस किया है।
उत्तर कोरिया ने अपने उन्मादी प्रलाप को दोहराते हुए गुरुवार को ऐलान किया कि विस्फोट की घड़ी आ चुकी है तथा सेना को आक्रामक कार्रवाई के लिए अंतिम अनुमति भी दे दी गई है। इस बीच कोरिया प्रायद्वीप में बढ़ते तनाव के बीच क्षेत्र के विभिन्न देशों ने आपात उपाय शुरू कर दिए हैं तथा आस्ट्रेलिया ने दक्षिण कोरिया से अपने नागरिकों को वापस लाने की योजना तैयार की है।
उत्तर कोरिया के पड़ोसी चीन ने सीमावर्ती क्षेत्र में एहतियात के तौर अपनी सेनाओं को सतर्क कर दिया है। अब तक उत्तर कोरिया की धमकी को गीदड़ भभकी मान रहे अमेरिका ने भी दक्षिण कोरिया सहित उस क्षेत्र में मौजूद अपने सैनिक अड्डों पर परमाणु एवं रासायनिक हमलों का मुकाबला करने में सक्षम अपनी सैन्य टुकडियों को तैनात कर दिया है।
उत्तर कोरिया ने गुरुवार को 3000 किमी तक मार करने वाली मुसुडैन बैलिस्टिक मिसाइलों को देश के पूर्वी तट पर तैनात कर दिया है जिसकी जद में दक्षिण कोरिया और जापान के साथ ही करीब 3000 किमी दूर स्थित अमेरिका का गुआम सैनिक अड्डा भी आता है। मुसुडैन प्रक्षेपास्त्रों को नॉडॉन्ग बी और ताइपॉडॉन्ग-एक्स भी कहा जाता है। वैसे उत्तर कोरिया के पास 5000-6000 किमी तक मार करने वाली ताईपोडोंग-2 मिसाइल भी है जो अमेरिका के अलास्का प्रांत को निशाना बना सकती है। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 5, 2013, 15:21