Last Updated: Thursday, November 10, 2011, 05:26
संयुक्त राष्ट्र : अपने नागरिकों की सुरक्षा को ‘राष्ट्रीय जिम्मेदारी’ करार देते हुए भारत ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को संघर्ष की स्थिति में ‘प्रतिबंध लगाने और सत्ता परिवर्तन की धमकी’ देकर मामले को उलझाने की बजाय युद्धरत गुटों के बीच बातचीत को बढ़ावा देना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत हरदीप सिंह पुरी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ‘नागरिकों के संरक्षण’ पर दिए अपने बयान में कहा कि कई संयुक्त राष्ट्र सदस्य देश असैन्य लोगों के संरक्षण के नाम पर व्यवस्था परिवर्तन के उद्देश्य से बेतहाशा संसाधन खर्च करने के लिए ‘बहुत ज्यादा इच्छुक’ हैं।
उन्होंने कहा कि संघषर्रत किसी भी देश में हस्तक्षेप का फैसला असैन्य लोगों के संरक्षण पर आधारित होना चाहिए न कि राजनीतिक उद्देश्यों को लेकर। पुरी ने कहा कि परिषद और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के कदम संघर्ष की स्थिति में युद्धरत धड़ों को प्रतिबंध लगाने और सत्ता परिवर्तन की धमकी देकर मामले को उलझाने की बजाय उनके बीच बातचीत को बढ़ावा देने वाले होने चाहिए।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, November 10, 2011, 10:56