Last Updated: Wednesday, November 16, 2011, 10:14
मेलबर्न : आस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री केविन रड भारत को यूरेनियम के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को हटाए जाने के प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड के फैसले से नाराज हुए हैं और उनके (गिलार्ड के) कदम से सत्तारूढ़ लेबर पार्टी में विभाजन का खतरा पैदा हो गया है।
जूलिया ने कल जब यूरेनियम की बिक्री पर लंबे समय से लगे प्रतिबंध को हटाए जाने के मुद्दे को अगले माह होने वाले नेशनल लेबर सम्मेलन के दौरान उठाने की घोषणा की तब रड भारत में थे। मीडिया रिपोर्टरों के मुताबिक इस फैसले पर रड से विचार-विमर्श नहीं किया गया जिससे वह नाराज थे।
परिवहन मंत्री एंथनी अल्बनेसे इस फैसले के खिलाफ बोलने वाले पहले कैबिनेट सदस्य थे, लेकिन रड ने कहा कि वह प्रधानमंत्री का समर्थन करते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर ‘गंभीर बहस’ छिड़ने की संभावना है।
प्रधानमंत्री ने कल कहा था कि वह परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर नहीं करने वाले भारत को यूरेनियम का निर्यात किए जाने के रुख को बदलने के लिए आस्ट्रेलियाई लेबर पार्टी को तैयार करेंगी। इस बीच लेबर का वाम धड़ा भारत पर यूरेनियम की ब्रिकी पर से प्रतिबंध हटाने के कदम का विरोध किस तरह करेगा, इस पर चर्चा के लिए केनबरा में सप्ताहांत में बैठक होगी। वाम धड़े ने माना है कि उसके पास इस कदम के खिलाफ पर्याप्त संख्याबल नहीं है, खासकर धड़े के कुछ वरिष्ठ मंत्री नीति में बदलाव का समर्थन कर रहे हैं।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 16, 2011, 15:44