Last Updated: Thursday, May 31, 2012, 22:36
न्यूयॉर्क : समलैंगिक साथी की वेबकैम के जरिए जासूसी करने के मामले में भारतीय छात्र धारून रवि को एक महीने की सजा सुनाने वाले न्यू जर्सी के न्यायाधीश ने उसे कम सजा दिए जाने का बचाव करते हुए कहा कि रवि का कृत्य गलत होने के बावजूद उसे हत्यारों और बलात्कारियों के साथ जेल में नहीं रखा जा सकता।
रवि की 30 दिन की सजा आज से न्यू जर्सी की मिडिलसेक्स काउंटी करेक्शनल फैसिलिटी में शुरू हो रही है। इससे पहले वह सुपीरियर कोर्ट के न्यायाधीश ग्लेन बर्मन के समक्ष पेश हुआ और कहा कि वह एक ही अपराध के लिए दो बार दंडित नहीं किए जाने के अपने अधिकार को त्याग रहा है।
बर्मन ने कहा कि अपने समलैंगिक साथी की जासूसी करने के मामले में दोषी रवि ने अपराध घृणा की वजह से नहीं किया और इसलिए वह हत्यारों तथा बलात्कारियों के साथ जेल में बंद किए जाने का हकदार नहीं है।
रवि के साथी टाइलर क्लेमेंटी ने वेबकैम से अपनी जासूसी किए जाने का पता चलने के बाद जॉर्ज वाशिंगटन पुल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। रवि को 30 दिन की सजा के साथ ही 300 घंटे की सामुदायिक सेवा भी करनी होगी। उसे तीन साल की परिवीक्षा में रहना होगा और 10 हजार डॉलर का जुर्माना भी चुकाना होगा। (एजेंसी)
First Published: Thursday, May 31, 2012, 22:36