रूस में गिरा विशाल उल्कापिंड, 1500 लोग घायल- Nearly 1500 injured as 10-ton meteorite hits Russia

रूस में गिरा विशाल उल्कापिंड, 1500 लोग घायल

रूस में गिरा विशाल उल्कापिंड, 1500 लोग घायलमास्को : रूस के उरल पर्वतीय क्षेत्र के उपर आसमान में शुक्रवार को एक विशाल उल्का के विस्फोट में करीब 1500 लोग घायल हो गए। यह विस्फोट इतना भीषण था कि इसके वेग से खिड़कियां टूट गईं और इमारतें हिल उठीं तथा लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गई।

रूसी अधिकारियों का कहना है कि घायल हुए ज्यादातर लोगों को मामूली चोटें आई हैं, हालांकि कुछ लोगों के सिर में चोट लगी।

आपात स्थिति मामलों के मंत्रालय का कहना है कि प्रभावित इलाके में 985 लोगों को उपचार की जरूरत पड़ी है। इनमें से 112 लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घायलों में 200 से अधिक बच्चे भी शामिल हैं।

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन केंद्र के प्रमुख व्लादिमीर स्टेपनोव ने बताया कि उल्का विस्फोट के कारण इलाके में जरूरी सेवाएं बाधित नहीं हुईं।

येकातेरिनबर्ग शहर के ऊपर आज सुबह बड़ी आवाज के बाद बड़ा प्रकाशपुंज देखा गया। यहां से करीब 200 किलोमीटर दक्षिण में स्थित चेलियाबिंस्क शहर में सबसे ज्यादा प्रभाव महसूस किया गया।

समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के मुताबिक चेलियाबिंस्क क्षेत्र में सैकड़ों घरों में ऐहतियातन गैस की आपूर्ति काट दी गई है। खबर है कि करीब 3000 हजार इमारतें प्रभावित हुई हैं।

चेलियाबिंस्क इलाके के निवासी सेरजी हामेतोव ने कहा, ‘चारो ओर अफरा-तफरी मच गई। लोगों को पता नहीं था कि क्या हो गया। सभी लोग अपने घरों की भागे और जानने की कोशिश करने लगे कि उनके करीबी लोग सुरक्षित तो हैं।’

रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने ईश्वर का धन्यवाद किया कि उल्का का कोई टुकड़ा आबादी वाले इलाकों में नहीं गिरा।

पुतिन ने प्रभावितों को तत्काल मदद मुहैया कराने का वादा करते हुए कहा है कि कुछ स्कूलों को नुकसान पहुंचा है तथा औद्योगिक इकाइयों में काम प्रभावित हुआ है।

रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोसकोस्मोस ने इस बात की पुष्टि की है कि चेलियाबिंस्क क्षेत्र में विस्फोट में टुकड़े-टुकड़े हुई वस्तु उल्का ही थी।

रूसी विज्ञान अकादमी का कहना है कि इस उल्का का वजन करीब 10 टन था और इसने पृथ्वी के क्षेत्र में कम से कम 54 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रप्तार से प्रवेश किया।

राहत कार्य में रूसी सेना के जवान शामिल हो गए हैं। सेना की टुकड़ियां कई इलाकों में मलबे की तलाश कर रही हैं। विकिरण, रसायनिक और जैविक प्रभावों को नियंत्रित करने वाली इकाइयों को भी चौकस कर दिया गया है। (एजेंसी)

First Published: Friday, February 15, 2013, 23:18

comments powered by Disqus