Last Updated: Saturday, January 14, 2012, 16:21
वाशिंगटन : पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ ने कहा है कि पाकिस्तान और अमेरिका के बीच वर्तमान द्विपक्षीय संबंध सबसे निचले स्तर पर हैं, यहां तक कि इन रिश्तों का स्तर अमेरिका पर 11 सितम्बर को हुए आतंकवादी हमले के बाद के समय से भी नीचे है।
पाकिस्तान और अमेरिका के बीच संबंधों के बारे में पूछे जाने पर मुशर्रफ ने एक न्यूज चैनल के साथ साक्षात्कार में कहा, ‘हमारे संबंध फिलहाल बहुत निचले स्तर पर हैं। मुझे नहीं लगता कि 9/11 से पहले कभी भी दोनों देशों के बीच संबंध इतने निचले स्तर पर रहे होंगे।’ हाल के महीनों में प्रमुख सहयोगियों पाकिस्तान और अमेरिका के संबंधों में एक के बाद एक संकट आ रहे हैं जिसमें पाकिस्तानी धरती पर ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए की गई अमेरिकी कार्रवाई और वह नाटो हमला भी शामिल है जिसमें 24 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे।
मुशर्रफ ने कहा, ‘यह बहुत परेशान करने वाली बात है और मैं केवल यही चाहता हूं कि अमेरिका और पाकिस्तान अपने संबंधों में आयी कड़वाहट को दूर करने के साथ ही ऐसी रास्ते पर आगे बढ़ेंगे जो कि पूरे क्षेत्र, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और अमेरिका के हित में हो।’ पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि देश के परमाणु हथियारों की सुरक्षा को तब तक कोई खतरा नहीं है जब तक इसका शासन धार्मिक अतिवादियों के हाथों में नहीं आता और ऐसा होने की संभावना नहीं है।
मुशर्रफ ने कहा, ‘यदि देश की बागडोर धार्मिक अतिवादियों के हाथ में आती है तभी यह संभव है कि सभी परमाणु हथियार उनके नियंत्रण में चले जाएं, लेकिन मुझे इसकी संभावना नहीं दिखती।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि कोई भी धार्मिक पार्टी चुनाव जीतने में सक्षम है। अन्य रास्ता यह है कि वे सत्ता पर बलपूर्वक कब्जा करें। मुझे इसके संभव होने की संभावना नहीं दिखती क्योंकि इसकी सुरक्षा सेना के हाथ में है। ऐसे प्रतिष्ठानों की सुरक्षा करीब 20 हजार जवानों के हाथों में है। ये प्रतिष्ठान बहुत सुरक्षित स्थानों पर होने के साथ ही फैले हुए हैं।’
(एजेंसी)
First Published: Saturday, January 14, 2012, 21:52