Last Updated: Saturday, September 17, 2011, 17:52
नई दिल्ली : सीरिया ने आरोप लगाया है कि ‘कुछ बाहरी’ ताकतें ‘कट्टरपंथी इस्लामी’ गुटों की मदद से देश को अस्थिर करने की कोशिश कर रही हैं. सीरिया ने अमेरिका पर भी आरोप लगाया कि वह देश में हो रहे रक्तपात के लिए ‘जिम्मेदार’ संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड को सहयोग दे रहा है.
हालात को सामान्य करने के प्रयासों का विवरण देते हुए सीरिया के राजदूत रियाद अब्बास ने कहा कि राष्ट्रपति ने सभी गुटों के साथ ‘राष्ट्रीय स्तर की बातचीत’ की प्रक्रिया शुरू कर दी है, लेकिन अशांति के लिए जिम्मेदार लोग आगे नहीं आ रहे हैं क्योंकि वे सिर्फ सरकार को ‘गिराना’ चाहते हैं. अब्बास ने कहा कि कुछ ‘बाहरी ताकतें’ मुस्लिम ब्रदरहुड जैसे ‘चरमपंथी धार्मिक गुटों’ को प्रोत्साहित करके देश को अस्थिर करना चाहती हैं.
उन्होंने कहा कि उनके देश को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि सीरिया ने पृथक फलस्तीन निर्माण के लिए आवाज उठाई है. अब्बास ने संवाददाताओं को बताया, ‘सीरिया उस क्षेत्र में एकमात्र धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है. हम फलस्तीन देश के निर्माण का समर्थन कर रहे हैं और इसलिए हमारे देश को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है. इन बाहरी ताकतों का अपना खुद का एक एजेंडा है.’
सीरियाई राजदूत ने आरोप लगाया कि अमेरिका ‘सीरिया में अशांति और रक्तपात के लिए जिम्मेदार चरमपंथी गुट मुस्लिम ब्रदरहुड’ का समर्थन करता आया है. अब्बास ने कहा, ‘अमेरिका ने खुद भी कहा है कि वह मुस्लिम ब्रदरहुड का समर्थन करता आया है.’ यह पूछे जाने पर कि राष्ट्रपति असद ने जिन चुनावों की घोषणा की है, क्या उनके दौरान अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को आने की अनुमति दी जाएगा, अब्बास ने कोई सीधा जवाब नहीं दिया और कहा कि सीरिया कभी किसी दूसरे देश के मामलों में हस्तक्षेप में विश्वास नहीं रखता.
First Published: Saturday, September 17, 2011, 23:23