Last Updated: Tuesday, May 29, 2012, 17:06

जीनेवा: संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि सीरिया के हाउला शहर में नरसंहार का शिकार बने ज्यादातर लोगों को आनन-फानन में फैसला करके मौत के घाट उतारा गया। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग के प्रवक्ता रूपर्ट कोलविले ने कहा कि ज्यादातर पीड़ितों को बेहद नजदीक से गोली मारी गई। इस घटना को सीरियाई सरकार समर्थक मिलीशिया ने अंजाम दिया।
संयुक्त राष्ट्र-अरब लीग के दूत कोफी अन्नान की दमिश्क में सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद के साथ मुलाकात के बीच संयुक्त राष्ट्र का यह बयान आया है। कोलविले ने कहा कि शुरुआत जांच में पता चला है कि हाउला के निकट तालदोउ गांव में 20 से अधिक लोगों को तोप अथवा टैंक के जरिए गोलाबारी करके मारा गया। हाउला के नरसंहार में कुल 108 लोग मारे गए हैं।
उन्होंने कहा कि ज्यादातर पीड़ितों को दो अलग-अलग घटनाओं में मौत के घाट उतारा गया। यह कदम आनन-फानन में उठाया गया। ऐसा लगता है कि लोगों को उनके घरों में गोली मारी गई। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 29, 2012, 17:06