Last Updated: Saturday, February 4, 2012, 10:36
बेरूत : सीरिया के होम्स शहर में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 200 लोगों की लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों घायल हो गए। मानवाधिकार संगठनों ने यह दावा किया है, हालांकि सीरियाई प्रशासन ने इससे इंकार किया है।
ब्रिटेन स्थित ‘सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ और ‘लोकल कोआर्डिनेशन कमिटी’ का कहना है कि होम्स में सुरक्षा बलों ने कल देर रात मोर्टार से हमले किए। शहर में 200 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें कई बच्चे और महिलाएं भी हैं। सीरियाई सरकार ने सुरक्षा बलों की ओर से किसी भी कार्रवाई से इंकार किया है। उसका कहना है कि उन्माद फैलाने के मकसद से इस तरह के दावे किए जा रहे हैं।
संगठन की स्थानीय समिति के प्रमुख रमी अब्दुल रहमान ने कहा, ‘बीते साल मार्च में असद प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन शुरू होने के बाद से यह अब तक का सबसे जघन्य हमला है।’ इस दावे की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो सकी है। यह भी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि किस कारण सुरक्षा बलों ने इस स्तर पर कार्रवाई की है। कुछ अपुष्ट खबरों में कहा गया है कि हथियारबंद विद्रोहियों ने सुरक्षा बलों की चौकियों को निशाना बनाया है।
संगठनों ने अरब लीग से इस तरह के नरसंहार को रोकने में हस्तक्षेप का आह्वान किया है। उधर, न्यूयॉर्क में एक राजनयिक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य सीरिया में हिंसक दमन कार्रवाई के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पर मतदान करने वाले हैं। रूस ने कहा है कि सीरिया पर कोई प्रस्ताव उससे बातचीत के बगैर लाया गया तो वह वीटो करेगा। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लैवरोव ने अमेरिका को आगाह करते हुए कहा है कि सुरक्षा परिषद में रूस से विचार करने के बाद ही कोई प्रस्ताव लाया जाना चाहिए।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, February 4, 2012, 17:51