Last Updated: Saturday, January 7, 2012, 14:44
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने कहा है कि शक्तिशाली सेना के साथ उनके सरकार की कोई लड़ाई नहीं है और संघर्ष धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा। मेमोगेट कांड के बाद कार्यपालिका और सेना के बीच तनाव के बीच यह टिप्पणी आई है।
कथित मेमोगेट कांड के बाद सरकार पर सेना और न्यायपालिका के दबाव के बाद से अपने पहले साक्षात्कार में जरदारी ने विभिन्न संस्थानों के बीच टकराव की संभावना से इंकार किया है। मेमोगेट कांड में सरकार ने तख्तापलट की आशंका को टालने के लिए अमेरिकी मदद की मांग की थी। जियो न्यूज चैनल पर दिए साक्षात्कार में उन्होंने कहा, ‘यह सब क्रमिक विकास का हिस्सा है। आप समझते हैं कि यह लड़ाई है, मैं समझता हूं कि यह क्रमिक विकास का हिस्सा है। यह लड़ाई आगे बढ़ेगा और खत्म हो जाएगा। अदालत के साथ हमारी कोई लड़ाई नहीं है, सेना के साथ हमारी लड़ाई क्यों हो ?’
संसद में प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के बयान के बारे में पूछे जाने पर जरदारी ने कहा कि प्रधानमंत्री पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ पर आरोप लगा रहे थे। ओसामा बिन लादेन की पाकिस्तान में कई वर्षों से उपस्थिति के बारे में पता लगाने में विफल रहने के लिए गिलानी ने सेना की आलोचना की थी। उन्होंने कहा, ‘मुझसे बहस करना उचित नहीं है और उनसे (गिलानी) से इस बारे में पूछा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ओसामा यहां सात वर्षों से रह रहा था, इसके लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। वह परवेज मुशर्रफ के बारे में बात कर रहे थे। इसे सेना से क्यों जोड़ा जा रहा है?’
(एजेंसी)
First Published: Saturday, January 7, 2012, 20:14