Last Updated: Wednesday, June 20, 2012, 11:57
वाशिंगटन: हाल ही में अपनी कोलकाता यात्रा के दौरान बिहार की एक कराटे चैम्पियन लड़की से अत्यधिक प्रभावित अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने एक माह में दूसरी बार लोगों को उसके आत्मविश्वास और जज्बे के बारे में बताया।
हिलेरी ने मानव तस्करी पर एक रिपोर्ट ‘2012 ट्रैफिकिंग इन पर्सन्स’ जारी करते वक्त विदेश मंत्रालय के फॉगी बॉटम मुख्यालय में मौजूद अतिथियों से कहा ‘‘एक उत्साहित लड़की मेरे पास आयी और उसने मुझसे पूछा कि क्या मैं उसके कराटे के करतब देखना चाहूंगी। मैंने हां कहा। और जिस आत्मविश्वास के साथ उसने अपना कौशल प्रदर्शन किया, वह लाजवाब था। उसकी आंखों में जो शालीनता थी वह बहुत ही प्रेरणादायक थी।’
यह एक ऐसी लड़की थी जिसका जन्म चकलाघर में हुआ था। उसकी मां की उम्र अधिक नहीं थी और उसे जबरन देहव्यापार के लिए बेच दिया गया था। लेकिन किसी तरह उसकी मां उसे लेकर वहां से भाग निकली। तब से ही दोनों अपनी जिंदगी अपने तरीके से जी रही हैं।
आत्मविश्वास से परिपूर्ण पूनम ने छह मई को हिलेरी को बताया था कि वह कराटे चैम्पियन है। उसने अमेरिकी विदेश मंत्री से पूछा था कि क्या वह उसका कौशल देखना चाहेंगी। तब हिलेरी ने हंस कर हामी भर दी थी।
हिलेरी ने कहा ‘मुझे नहीं पता कि इस लड़की का भविष्य क्या होगा, लेकिन इस लड़की की छवि मेरे दिमाग में हमेशा बनी रहेगी। थोड़ी मदद से ही वह अपनी मां से बेहतर जिंदगी जी सकती है। हमें इसी पर ध्यान देना है और ऐसे लोगों के लिए हमें कुछ प्रयास करने की जरूरत भी है।’ नई दिल्ली से लौटने के बाद पहली बार वाशिंगटन में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान भी हिलेरी ने कराटे गर्ल पूनम के बारे में बताया था।
मानव तस्करी पर रिपोर्ट जारी करने के बाद हिलेरी ने आज कहा कि दुनिया भर में करीब 2.7 करोड़ लोग आधुनिक दासता के शिकार हैं जिसे तस्करी कहा जाता है। इन पीड़ितों में महिलाएं, पुरूष, लड़के, लड़कियां सभी हैं। इनकी कहानियां अमानवीय सलूक बयां करती हैं।
उन्होंने कहा ‘कुछ लोगों को दूसरे देश में अच्छी नौकरी दिलाने का या उनके परिवार के लिए अच्छे अवसर दिलाने का झांसा दिया जाता है। कुछ लोगों का शोषण वहीं होता है जहां वह पलते बढ़ते हैं या जहां वह रह रहे हैं।’ इसे समाप्त करने की प्रतिबद्धता जताते हुए उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में अमेरिका अकेला नहीं है बल्कि कई सरकारें उसके साथ हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 20, 2012, 11:57