Last Updated: Monday, December 26, 2011, 16:25
नई दिल्ली : मजबूत लोकपाल के लिए तीन दिन का अनशन शुरू होने से पहले टीम अन्ना ने सोमवार को अपना रूख सख्त करते हुए उन चार मांगों का उल्लेख किया जिनपर कोई समझौता नहीं किया जा सकता। इन सुझावों में लोकपाल के लिए स्वतंत्र जांच एजेंसी का प्रावधान करना शामिल है।
टीम अन्ना ने कहा कि अगर सरकार प्रस्तावित विधेयक में संशोधन कर उनकी मांगों को शामिल करने पर सहमत हो जाती है तो सांसदों के आवासों के बाहर धरने पर बैठने की योजना को छोड़ा जा सकता है।
टीम अन्ना के प्रमुख सदस्य प्रशांत भूषण ने कहा कि मुंबई में अनशन करने वाले अन्ना के समर्थन में यहां रामलीला मैदान में 27, 28 और 29 दिसंबर को सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक शांति भूषण के नेतृत्व में क्रमिक अनशन का आयोजन किया जाएगा।
भूषण ने कहा, प्रधानमंत्री और सांसदों को लिखे खुले पत्र में चार बदलाव की मांग की गई है और इस पर कोई समझौता नहीं हो सकता। अन्य बदलावों के लिए हम बाद में अपनी लड़ाई जारी रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि बदलावों में लोकपाल को स्वतंत्र जांच प्रकोष्ठ देना या सीबीआई को उसके प्रशासनिक नियंत्रण में लाना शामिल हैं।
टीम अन्ना यह मांग भी कर रही है कि लोकपाल और लोकायुक्तों को बिना किसी शिकायत या मामला भेजे जाने के स्वत: संज्ञान लेते हुए अपने स्तर पर जांच शुरू करने का अधिकार होना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 26, 2011, 21:55