64 साल का हुआ भारतीय गणतंत्र, राष्ट्रपति ने फहराया झंडा

64 साल का हुआ भारतीय गणतंत्र, राष्ट्रपति ने फहराया झंडा

64 साल का हुआ भारतीय गणतंत्र, राष्ट्रपति ने फहराया झंडाज़ी न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली : 64वें गणतंत्र दिवस पर राजधानी दिल्ली के राजपथ पर मुख्य समारोह का आयोजन सुबह नौ बजे शुरू हुआ। इस मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शनिवार सुबह 10 बजे राष्ट्रीय झंडा फहराया और 21 तोपों की सलामी ली। इसके बाद राष्ट्रपति ने अलग-अलग परेड की सलामी भी ली। मालूम हो कि वर्ष 1950 में आज ही के दिन देश का संविधान लागू हुआ और भारत गणराज्य घोषित हुआ था।

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा तिरंगा फहराने और राष्ट्रगान की धुन के साथ ही गणतंत्र दिवस की भव्य परेड राजपथ से लाल किले के लिए शुरू हुई। सबसे पहले सेना के चार हेलीकाप्टरों ने राजपथ के ऊपर आकाश में उड़ान भरी। एक हेलीकाप्टर पर तिरंगा और बाकी तीन पर थलसेना, नौसेना और वायुसेना के ध्वज लहरा रहे थे। इन हेलीकाप्टरों ने राजपथ पर पुष्पवर्षा की।

परेड शुरू होने से पहले राष्ट्रपति के साथ इस बार गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि भूटान नरेश जिग्मे खेसर नांग्येन वांगचुक सलामी मंच पर पहुंचे। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रक्षा मंत्री एके एंटनी ने उनका स्वागत किया। इस दौरान तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद थे।

समारोह स्थल पर उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे सहित तमाम गणमान्य लोग मौजूद थे। सुबह से ही राजपथ के दोनों ओर इस राष्ट्रीय पर्व को मनाने के लिए भारी संख्या में लोग मौजूद हैं।

गणतंत्र दिवस समारोह के लिए दिल्ली के चारों ओर सभी स्थानों पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। समारोह की सुरक्षा के मद्देनजर अर्द्धसैनिक बल के जवान और एनएसजी के शार्पशूटर सहित करीब 25,000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। ऊंची इमारतों पर बंदूकधारियों को तैनात किया गया है जबकि 150 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की मदद से राजपथ और लाल किले के इलाके में कड़ी निगरानी रखी जा रही है।

सचल दस्ता, विमानभेदी तोप और एनएसजी के शार्पशूटर्स कई स्थानों पर निगरानी में जुटे हैं जबकि अर्द्धसैनिक बल और दिल्ली पुलिस के जवान गणतंत्र दिवस परेड को लेकर रायसीना हिल्स से लाल किले के बीच की 8 किलोमीटर की दूरी में निगरानी रखे हुए हैं। राजपथ के चारों ओर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है।

तोड़फोड गतिविधि नियंत्रण और खुफिया जानकारी समन्वय पर खास जोर दिया गया है। परेड के पूरे रास्ते पर विशेष सुरक्षा और आतंक विरोधी इंतेज़ाम किए गए हैं। वायुसीमा में प्रवेश के किसी दुस्साहस को रोकने के लिए विमान भेदी तोपें लगाई गई हैं। इसके अलावा भारतीय वायुसेना के लड़ाकू हैलिकाप्टर राजपथ और परेड के पूरे मार्ग पर उड़ान भरते हुए नजर रख रहे हैं।

शहर में आने वाले वाहनों पर कड़ी जांच की जा रही है। शुक्रवार शाम छह बजे से ही राजपथ आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया था। तिलक मार्ग, बहादुरशाह जफर मार्ग, नेताजी सुभाष मार्ग से लाल किले तक के रास्तों को आम यातायात के लिए सुबह चार बजे से बंद कर दिया गया है।

इसके अलावा बाजार वाले इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है और मेट्रो स्टेशन, रेलवे स्टेशन व तमाम बस टर्मिनलों पर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई पर भी भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।

First Published: Saturday, January 26, 2013, 08:42

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