Last Updated: Friday, August 2, 2013, 22:26

पालमपुर (हिमाचल प्रदेश) : भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह आज पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का पक्ष लेते हुए और कहा कि शीर्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार स्पष्ट करने की बारी अब कांग्रेस की है।
मोदी का नाम लिए बगैर राजनाथ सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार का हमारा विकल्प स्पष्ट है और अब कांग्रेस की बारी है कि वह अपना विकल्प स्पष्ट करे।’ उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह निराधार आरोप लगा रही है कि 2002 के गुजरात दंगों के कारण इंडियन मुजाहिदीन का जन्म हुआ। उन्होंने कहा, ‘यह हमारे नेता पर दोषारोपण करने के लिए नाटक है और जब कोई मुझसे इस पर टिप्पणी मांगता है तो मैं अक्सर कहता हूं कि इंडियन मुजाहिदीन का बायोडाटा कांग्रेस के पास है और हमारे पास नहीं है।’
सिंह ने हिमाचल प्रदेश भाजपा के कार्यकर्ताओं के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन किया। उन्होंने नेताओं की ‘विश्वसनीयता के संकट’ पर गंभीर चिंता जतायी और कहा कि इसकी वजह लोगों से किए गए वायदों को पूरा करने में राजनीतिक पार्टियों की ‘‘नाकामी’’ है।
राजनाथ सिंह ने संप्रग सरकार पर आरोप लगाया कि उसके कुशासन और विनाशकारी नीतियों के कारण देश दिवालियापन के कगार पर पहुंच गया। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे सुनिश्चित करें कि 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा सत्ता में लौटे। भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया कि देश गंभीर संकट से गुजर रहा है और संप्रग के ‘कमजोर और अयोग्य’ नेतृत्व के कारण न सिर्फ चीन जैसा बड़ा देश मनमाने ढंग से घुसपैठ कर रहा है बल्कि छोटे छोटे देश भी हमें धौंस दिखा रहे हैं।
सिंह ने दावा किया कि भाजपा नीत राजग लोगों के सामने एकमात्र विकल्प है। उन्होंने कहा कि तीन प्रमुख राजनीतिक ताकतें भाजपा, कांग्रेस और कम्युनिस्ट हैं जिनमें भाजपा सांगठनिक रूप से सबसे मजबूत पार्टी है जिसका कभी विभाजन नहीं हुआ है। उन्होंने दावा किया कि हम सिर्फ सरकार बनाने के लिए राजनीति नहीं कर रहे हैं बल्कि हमारी राजनीति आम लोगों के लिए और समाजोन्मुखी है।
उन्होंने कहा कि हम सत्ता में रहें या नहीं, हम लोगों की सेवाओं के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने ‘निराशाजनक प्रदर्शन’ करने के लिए संप्रग सरकार की खिंचाई की। सिंह ने रूपए की गिरती कीमत का भी जिक्र किया और सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना की। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 2, 2013, 22:26