अन्ना ने दिखाई गांव के विकास की राह - Zee News हिंदी

अन्ना ने दिखाई गांव के विकास की राह

रालेगण सिद्धी (महाराष्ट्र) : पूर्व ब्लॉगर के साथ विवाद के बाद अपना ब्लॉग बंद करने वाले गांधीवादी अन्ना हजारे ने आज अपने नए ब्लॉग में गांवों के सर्वांगीण विकास का सपना बुनते हुए इसमें ‘सद्चरित्र’ उद्योगपतियों को शामिल करने की जरूरत बताई।

 

पिछले ब्लॉग में अन्ना हजारे जहां क्रांति को लंबे समय तक जिंदा रखने का आह्वान करते रहे वहीं नए ब्लॉग में उन्होंने जनलोकपाल और खुद के लिए समर्थन मांगा है। नए ब्लॉग को उनके संगठन ‘इंडिया अंगेस्ट करप्शन’ के पते के साथ जोड़ा गया है। इसके अलावा ब्लॉग अंग्रेजी और हिंदी में है। पहले उनके ब्लॉग मराठी और अंग्रेजी में आते रहे हैं।

 

अन्ना हजारे ने आज अपने ब्लॉग में जनलोकपाल, चुनाव सुधार और शक्तियों के विक्रेंद्रीकरण के अलावा भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए आदर्श गांवों के विकास का ताजा एजेंडा पेश किया। अन्ना ने देश के ग्रामीण विकास के लिए अपने गांव रालेगण सिद्धी का उदाहरण दिया और इस काम में ‘सद्चरित्र’ उद्योगपतियों को शामिल करने की जरूरत पर बल दिया जो देश की सेवा करने को इच्छुक हों।

 

अपने ताजा ब्लॉग में अन्ना ने बड़े उद्योगों का समर्थन करने वाले नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, ‘हमारे देश के कई नेताओं को लगा कि बड़े-बड़े उद्योग खड़े किए बिना देश का विकास नहीं होगा और हमारे नेता बड़े-बड़े उद्योग खड़े करने में लग गए। लेकिन जैसे-जैसे शहरों में उद्योग खड़े होते गए वैसे-वैसे गांव के लोग शहर की तरफ बढ़ते गए। शहर फैलते गए और झोपड़ियां बढ़ती गई, अपराध बढ़ गए और प्रकृति एवं मानवता का शोषण शुरू हुआ।’ उन्होंने बड़े उद्योगों को बढ़ावा देने वाली नीति पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘देश के विकास का सपना देखते हुए बड़े पैमाने पर उद्योग खड़ा कर दिया गया। उद्योग खड़ा करने के बाद 65 साल में देश का सही विकास दिखाई देना चाहिए था लेकिन देश की तस्वीर क्या है?’

 

अन्ना ने कहा, ‘देश का सही विकास करना है तो एक तरफ देश में बढ़ते भ्रष्टाचार को रोकने के लिए जन लोकपाल और जन लोकायुक्त कानून पास कराने के लिए प्रयास हो रहा है और अन्य कई प्रकार के भ्रष्टाचार को रोकने के लिए चुनाव सुधार, खारिज करने का अधिकार, सत्ता के विकेंद्रीकरण के कानून बनवाने हैं और साथ-साथ कानूनों का सही अमल होने के लिए प्रयास किया जाना है।’

 

उन्होंने कहा, ‘देश के विविध हिस्सों में सौ आदर्श गांव बनाने हैं। देश के कई भागों से उनके पास 50 सुशिक्षित लोगों के पत्र आए हैं जो अपना जीवन समर्पण करने के लिए तैयार हैं। हमें पहले इनमें से चरित्रवान लोगों का चयन करना होगा और उन्हें प्रशिक्षण देना होगा। यह प्रशिक्षण तीन महीने का होगा। एक गांव के लिए दो नेता का चुनाव जरूरी है।’ (एजेंसी)

First Published: Tuesday, November 22, 2011, 11:55

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