अब्दुल करीम टुंडा ने खोले कई अहम राज, पाकिस्तान फिर बेनकाब

अब्दुल करीम टुंडा ने खोले कई अहम राज, पाकिस्तान फिर बेनकाब

अब्दुल करीम टुंडा ने खोले कई अहम राज, पाकिस्तान फिर बेनकाबज़ी मीडिया ब्यूरो/प्रवीण कुमार
नई दिल्ली : देश के कई शहरों में बम धमाके को अंजाम देने वाला लश्कर-ए-तैयबा का मास्टरमाइंड अब्दुल करीम टुंडा दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में है और एनआईए उससे पूछताछ कर रही है।

सूत्रों के मुताबिक अब तक की पूछताछ में जो कुछ पता चला है उससे पाकिस्तान एक बार फिर बेनकाब हो गया है। टुंडा से एनआईए अधिकारियों ने शनिवार देर रात तक पूछताछ की जिसमें उसने कई अहम राज खोले। अहम राज के कुछ प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं-

-खूंखार आतंकवादी हाफिज सईद पीओके में स्थित आतंकवादी शिविरों में अक्सर जाता रहता है।

-अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के कड़े पहरे में रहता है।

-अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम आतंकवादियों को हमेशा भारत पर हमले के लिए उकसाता है।

-दाऊद इब्राहिम पाकिस्तानी सेना का चहेता है और उसकी हर ख्वाहिश पाक सेना पूरी करती है।

-अब्दुल करीम टुंडा ने कहा, `मुझे और दाऊद इब्राहिम को 26/11 मुंबई हमले की जानकारी थी।

-आमिर रजा से कई बार टुंडा की मुलाकातें हुई। पाकिस्तान में ही रहता है आमिर रजा।

-अब्दुल करीम टुंडा ने यह भी कहा, `हाफिज सईद को दाऊद इब्राहिम से मैंने ही मिलवाया था।`

-टुंडा ने कहा, `दाऊद 26/11 में शामिल नहीं था। 26/11 से पहले मैं लखवी से भी मिला था।`

-टुंडा ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त को राजधानी दिल्ली को दहलाने की थी साजिश।

-टुंडा ने इस बात का भी खुलासा किया कि बब्बर खालसा आतंकी रतनदीप को 15 अगस्त को करना था धमाका।

-टुंडा ने बताया कि रतनदीप सिंह दिल्ली या आसपास ही कहीं छिपा है। बब्बर खालसा के आतंकियो के आईएसआई से संबंध हैं।

खुफिया एजेंसियों को उम्मीद है कि टुंडा से पूछताछ के दौरान मिली जानकारी से वह कई मामलों की तह तक पहुंच सकती हैं। खुफिया एजेंसियां गिरफ्तार आतंकी टुंडा से यह भी उगलवाने में लगी है कि आखिर वह कब-कब और कहां-कहां दाऊद और उसके गुर्गो से मिला था। इसके अलावा लश्कर के नेटवर्क के बारे में उससे कुछ जानकारी मिलने की उम्मीद की जा रही है। कोर्ट द्वारा टुंडा को पुलिस रिमांड पर दिए जाने के तुरंत बाद से ही उससे पूछताछ शुरू कर दी गई थी।

गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अब्दुल करीम टुंडा को भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया था। उसके पास से पाकिस्तान से जारी एक पासपोर्ट भी मिला था जिसपर उसका नाम अब्दुल कदूस लिखा है। 40 से ज्यादा आतंकी वारदात के लिए वॉन्टेड 70 साल का टुंडा पिछले करीब आठ साल से पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा और आईएसआई की अनदेखी का शिकार होकर किसी तरह अपना वक्त काट रहा था।

First Published: Sunday, August 18, 2013, 11:28

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