Last Updated: Friday, February 15, 2013, 20:52

नई दिल्ली :नोबेल पुरस्कार प्राप्त अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन को शुक्रवार को महानतम मानवतावादी और महान चिंतक बताते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलोंद ने सेन को अर्थशास्त्र और दर्शनशास्त्र में उनके योगदान के लिए अपने देश का सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया।
आज यहां आयोजित माधवराव सिंधिया स्मृति व्याख्यानमाल का व्याख्यान देने के बाद फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने सेन को लीजन ऑफ ऑनर से विभूषित किया। ओलोंद ने सेन के योगदान की की भूरि-भूरि प्रशंसा की और अपने भाषण में उन्होंने समाज के सबसे गरीब तबके की समस्या के बारे में सेन द्वारा लिखी बातों को उद्धृत किया।
सेन 79 साल कृतज्ञता ज्ञापन में कहा,‘मैं बेहद सम्मानित महसूस कर रहा हूं क्योंकि मैं फ्रांसीसी संस्कृति और सभ्यता का बेहद सम्मान करता हूं। समाजवादी धारा से जुड़े फ्रांसीसी राष्ट्रपति से इस सम्मान को प्राप्त करना रोमांचकारी अनुभव है।’ समारोह में मौजूद श्रोताओं ने खड़े होकर सेन का अभिवादन किया।
फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा कि सेन जैसे अर्थशास्त्री, समाजवादी, मानवतावादी और महान चिंतक को समान प्रदान कर वह खुद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने सेन को विभूषित करने से पहले कहा,‘उनके लेखन से लोगों के जीवन स्तर को सुधार में मदद मिलती है। वह जन्म से भारतीय हैं और सुदूर पश्चिम में यात्रा व काम करते हुए भी दिल से भारतीय बने रहे।’
ओलोंद ने कहा कि सेन हर किसी के लिए शिक्षक हैं और देश की ताकत हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि सेन आगे भी विश्व समुदाय की सेवा करते रहेंगे।
अपने भाषण में सेन ने तत्कालीन राष्ट्रपति निकोलस सारकोजी द्वारा उनके और एक अन्य नोबेल विजेता अर्थशास्त्री जोजेफ स्टिग्लिज की अध्यक्षता में गठित एक आयोग का उल्लेख किया।
सेन ने कहा,‘हालांकि उन्हें पता था कि मैं समाजवादी हूं और वह मेरे विचार से इत्तफाक नहीं रखते थे लेकिन उन्होंने सौम्यता से मेरी सिफारिशें स्वीकार कीं।’ (एजेंसी)
First Published: Friday, February 15, 2013, 20:52