Last Updated: Saturday, March 23, 2013, 16:48

नई दिल्ली : वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने शनिवार को इन बातों को खारिज कर दिया कि अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर ‘फिर वहीं लौट गया है’। उन्होंने उम्मीद जताई कि राज्य के लोग अलगाववादियों की बातों पर गौर नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा,‘मैं नहीं मानता कि हम वहीं लौट चुके हैं। मैं इस बात से सहमत हूं कि अफजल गुरु (संसद हमले के दोषी) को फांसी दिए जाने के बाद वहां विरोध-प्रदर्शन हुए हैं और हिंसा में बढ़ोतरी हुई है। मैं उम्मीद जताता हूं कि हिंसा में कमी आएगी।’
आज यहां आयोजित हुए नेशनल एडिटर्स कांफ्रेंस में राज्य की स्थिति पर एक सवाल के जवाब में चिदंबरम ने कहा कि जब तक शांति और सुरक्षा का भाव नहीं आएगा तब तक जम्मू-कश्मीर का विकास नहीं हो सकता। उन्हें विश्वास जताया कि वर्तमान ‘अनिश्चितता’ का दौर खत्म होगा।
उन्होंने कहा,‘कल मुझे बताया गया कि अपेक्षाकृत शांति है। कल कर्फ्यू नहीं लगा। मुझे विश्वास है कि जम्मू-कश्मीर के लोग अलगाववादियों की अपील पर ध्यान नहीं देंगे और सरकार एवं समाज की बातों को सुनेंगे और वहां शांति एवं सुरक्षा की भावना को बहाल होने में मदद करेंगे।’
वित्त मंत्री ने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि अप्रैल-मई में हम सुरक्षा की भावना बहाल कर सकेंगे जो जम्मू-कश्मीर के लोग चाहते हैं।’
उन्होंने कहा कि राज्य के विकास में मुख्य योगदान पर्यटन का है और 2008 में इसमें काफी उछाल आया एवं एक नई ऊंचाई पर पहुंचा। (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 23, 2013, 16:48