Last Updated: Tuesday, September 17, 2013, 16:41
ज़ी मीडिया ब्यूरोजोधपुर: नाबालिग लड़की से यौन शोषण के आरोपी आध्यात्मिक गुरु आसाराम को जमानत दिलाने के लिए देश के जानेमाने वकील राम जेठमलानी एक तर्क देकर विवादों में है। राम जेठमलानी ने आसाराम को बचाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है।
जोधपुर हाईकोर्ट में आसाराम की जमानत अर्जी पर सुनवाई के दौरान जेठमलानी ने करीब सवा घंटे तक बहस की। जेठमलानी ने वही दलीलें पेश की जो जिला एवं सेशन कोर्ट में जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष ने रखी थी।
जेठमलानी ने उस पीड़िता को ही मानसिक रूप से बीमार बता दिया जिसने आसाराम पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। जेठमलानी ने कहा कि लड़की को लंबे समय से कुछ ऐसी बीमारी है जिसमें महिला पुरूषों के प्रति आकर्षित होती है। उन्होंने कहा कि यह पुलिस जांच का विषय है। जेठमलानी के मुताबिक एफआईआर, क्राइम सीन, लड़की की उम्र और यह पूरा मामला ही तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है।
आसाराम की जमानत याचिका पर अगली सुनवाई 18 सितंबर को होगी। निचली अदालत ने आसाराम को 30 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। आसाराम के सेवादार शिवा की भी न्यायिक हिरासत 30 सितंबर तक बढ़ा दी गई है। दोनों फिलहाल जोधपुर की केन्द्रीय जेल में बंद हैं।
First Published: Tuesday, September 17, 2013, 15:03