Last Updated: Sunday, August 19, 2012, 21:10
नई दिल्ली : उत्तर भारत में हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के विभिन्न इलाकों में रविवार को बारिश दर्ज की गई। यद्यपि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सही मायनों में अभी भी बारिश के लिए तरसती रही। मौसम विभाग ने सोमवार को विभिन्न इलाकों में बारिश होने की उम्मीद जताई है। दिल्ली में दिनभर आसमान में बादल छाए रहने के बावजूद शाम को हल्की बारिश हुई जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिली। राजधानी का न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 29.8 डिग्री सेल्सियस था जबकि अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 34.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने सोमवार को बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने बताया, सोमवार को आंशिक बादल छाए रहेंगे। शहर के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश की सम्भावना है। अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 33 एवं 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की सम्भावना है। वातावरण में आद्रता का स्तर 70 से 77 प्रतिशत के बीच था।
राजधानी लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में लगातार उमस का दौर जारी रहा। प्रदेश के बुंदेलखंड समेत कुछ हिस्सों में बारिश हुई। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 24 घंटों में विभिन्न हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना है, लेकिन उमस से राहत के आसार नहीं हैं। बीते 24 घंटों के दौरान लखनऊ सहित रायबरेली, फतेहपुर, कानपुर, उन्नाव, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, जौनपुर, गोंडा, हमीरपुर सहित विभिन्न जिलों में हल्की बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग के अधिकारियों ने रविवार को बताया कि अगले कुछ दिन राज्य में अधिकतर हिस्सों में तेज और भारी बारिश की संभावना नहीं है। विभिन्न हिस्सों में गरज के साथ हल्की बारिश और बूंदाबांदी के ही आसार हैं। मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को लखनऊ का न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस था जबकि अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री दर्ज किया गया।
उधर नेपाल से पानी छोड़े जाने के कारण राज्य के तराई क्षेत्र में बहने वाली घाघरा, शारदा, राप्ती और सरयू नदियों का कहर जारी है। इन नदियों के तटीय इलाकों में बसे गोंडा, बहराइच, बाराबंकी, सीतापुर, लखीमपुर खीरी जिलों के कई इलाके बाढ़ के पानी से जलमग्न हो गए हैं।
हिमाचल प्रदेश की पहाड़ियों में अगले दो दिनों में भारी बारिश हो सकती है। उधर, चण्डीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 21 पर यातायात रविवार को भूस्खलन के कारण दिन भर बंद रहा। मौसम विभाग के अनुसार बारिश होने से समस्या बढ़ सकती है क्योंकि राज्य की अधिकतर नदियों का जलस्तर पहले से ही बढ़ रहा है।
अधिकारी ने बताया, अगले दो दिनों में पूरे राज्य में भारी बारिश हो सकती है। राज्य में सबसे अधिक मंडी में 86 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। सरकारी प्रवक्ता ने बताया, लगातार हो रही बारिश के कारण व्यास एवं सतलज नदियों का जलस्तर पहले से असमान्य ढंग से बढ़ रहा है लेकिन नदियां खतरे के निशान से नीचे हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, August 19, 2012, 21:10