Last Updated: Monday, August 5, 2013, 14:20
ज़ी मीडिया ब्यूरो/एजेंसी नई दिल्ली : एकीकृत आंध्र की तेदेपा एवं गैर तेलंगाना क्षेत्र के कुछ रिपीट कुछ कांग्रेस सदस्यों एवं पृथक बोडोलैंड की मांग को लेकर भारी हंगामे के कारण लोकसभा में कार्यवाही करीब 15 मिनट के लिए 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। संसद के मानसून सत्र के पहले दिन आज सदन की कार्यवाही शुरू होने पर पांच नवनिर्वाचित सदस्यों ने सदन की सदस्यता की शपथ ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हाल ही में मंत्रिपरिषद में शामिल किये गए मंत्रियों एवं राज्य मंत्रियों का सदन से परिचय कराया। इसके बाद अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदन को 13 पूर्व सदस्यों के निधन, उत्तराखंड त्रासदी, छत्तीसगढ़ में नक्सल हमला, बिहार में मध्याहन भोजन में बच्चों की मौत जैसी घटनाओं का उल्लेख किया। सदन ने कुछ पल मौन रखकर श्रद्धांजलि दी।
इसके बाद अध्यक्ष ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने का निर्देश दिया, तेदेपा और गैर तेलंगाना क्षेत्र के कुछ कांग्रेसी सदस्य एकीकृत तेलंगाना’ की मांग करते हुए अध्यक्ष के आसन के पास आ गए। बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के एस के बसुमतियारी अपने गले में एक बड़ा पोस्टर लटकाए अध्यक्ष के आसन के पास गए और पृथक बोडोलैंड के गठन की मांग करने लगे। अध्यक्ष ने उन्हें अपने स्थान पर लौटने और शून्यकाल में अपनी बात रखने को कहा लेकिन सदस्यों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। अध्यक्ष ने सड़क एवं परिवहन तथा राजमार्ग मंत्रालय से जुड़ा पुतुल कुमारी का एक प्रश्न भी लिया। लेकिन सदस्यों का शोर शराबा जारी रहा।
हंगामे के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी सदस्यों को अपने स्थान पर जाने का इशारा किया। इसके बाद कुछ सदस्य अपने स्थान पर वापस लौट गए। लेकिन कुछ ही देर बार वे वापस लौट आए और अपनी मांग के समर्थन में नारेबाजी करने लगे।
तेदेपा और गैर तेलंगाना क्षेत्र के कुछ कांग्रेस सदस्यों के हाथों में पोस्टर थे जिसपर लिखा था, हम एकीकृत तेलंगाना चाहते हैं। हंगामा थमता नहीं देख अध्यक्ष मीरा कुमार ने प्रश्नकाल की कार्यवाही करीब 15 मिनट के लिए 12 बजे तक स्थगित कर दी।
बारह बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर ‘एकीकृत आंध्र’ और बोडोलैंड की मांग करने वाले सदस्य पहले की तरह ही आसन के समीप आकर नारे लगाने लगे। हंगामें के बीच अध्यक्ष ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसके पश्चात उन्होंने नारे लगा रहे सदस्यों से आग्रह किया कि वह हाल के दिनों में क्रिकेट सहित विभिन्न खेल स्पर्धाओं में भारतीयों द्वारा उल्लेखनीय प्रदर्शन किए जाने पर सदन की ओर से बधाई देना चाहती हैं, इसलिए वे अपने अपने स्थानों पर जाएं। उनके इस आग्रह को नारे लगा रहे सदस्यों ने स्वीकार कर लिया और अपने स्थानों पर चले गए।
खिलाडियों को सदन की ओर से बधाई देने के बाद मीरा कुमार ने शून्यकाल शुरू करने की घोषणा की। इसके तुरंत बाद ‘एकीकृत तेलंगाना’ और बोडोलैंड की मांग कर रहे सदस्य आसन के सामने आकर फिर से नारे लगाने लगे।
हंगामें के बीच ही अध्यक्ष ने जदयू नेता शरद यादव से उन्हें उनका मामला उठाने को कहा। नारों के शोर में ही उन्होंने एम्स में आरक्षण संबंधी मामले में उच्चतम न्यायालय के हाल के निर्णय की आलोचना की और सरकार से इसे निरस्त करने के लिए संसद में आवश्यक संशोधन लाने की मांग की।
इसी विषय पर सपा से मुलायम सिंह यादव और बसपा के दारा सिंह ने भी अपनी बात रखी। माकपा के बासुदेव आचार्य ने रूपए के अवमूल्यन और बढ़ती मंहगाई का मामला उठाया जबकि अन्ना द्रमुक के एम थंबीदुरै ने ईरान और श्रीलंका द्वारा भारतीय मछुआरोंे को पकड़ेे जाने का मामला उठाया। इन सब सदस्यों द्वारा अपनी बात रखे जाते समय ‘एकीकृत आंध्र’ और ‘बोडोलैंड’ की मांग कर रहे सदस्य आसन के समीप नारे लगाते रहे। इन सदस्यों के शांत नहीं होने होने पर अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही भोजनावकाश से करीब 20 मिनट पहले दो बजे तक के लिए स्थिगित कर दी।
First Published: Monday, August 5, 2013, 12:25