Last Updated: Thursday, November 10, 2011, 09:53
नई दिल्ली : सरकार मुंबई आतंकी हमले के बाद आतंकवादी हमलों की जांच के लिए विशेष रूप से गठित राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के दायरे का सरकार विस्तार करेगी।
सूत्रों ने बताया कि फिलहाल आतंकवाद, मादक द्रव्यों के कारोबार और नकली नोट से जुडे मामलों की जांच कर रही एनआईए के दायरे का विस्तार करने के बारे में गृह मंत्रालय सक्रियता से विचार कर रहा है। बताया जाता है कि एनआईए को माओवादी उग्रवाद से जुडे मामलों की जांच भी सौंपी जा सकती है। फिलहाल इन मामलों की जांच राज्य पुलिस या केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) करती है।
सूत्रों के अनुसार जांच कार्य में खुफिया ब्यूरो या सीबीआई जैसी अन्य एजेंसियों से अधिकारियों की सेवाएं लेने की बजाय अपने जांचकर्ताओं की टीम बड़ी करेगी । इससे जांच कार्य में न सिर्फ तेजी आएगी बल्कि मामलों को जल्द निपटाने में भी मदद मिल सकती है।
एनआईए की विस्तार योजना में न सिर्फ तीन नए कार्यालय खोलने का प्रस्ताव है बल्कि संगठन के कर्मचारियों की संख्या लगभग 900 करने की योजना है। सरकार ने 500 और पदों का सृजन करने का फैसला किया है। इस प्रकार आतंकवाद रोधी संगठन की क्षमता बढकर 900 हो जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि एनआईए लखनउ, कोच्चि और मुंबई में अपने कार्यालय खोलेगी। गृह मंत्रालय के इस संबंध में प्रस्ताव को कैबिनेट ने हाल ही में मंजूरी दी है।
सरकार ने 500 और पदों का सृजन करने का फैसला किया है। इस प्रकार आतंकवाद रोधी संगठन की क्षमता बढकर 900 हो जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि एनआईए लखनउ, कोच्चि और मुंबई में अपने कार्यालय खोलेगी। गृह मंत्रालय के इस संबंध में प्रस्ताव को कैबिनेट ने हाल ही में मंजूरी दी है।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, November 10, 2011, 18:21