Last Updated: Monday, November 26, 2012, 16:20

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली : रिटेल क्षेत्र में एफडीआई को लेकर सोमवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक बेनतीजा रही। बैठक के उपरांत केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि रिटेल में एफडीआई पर अधिकांश दल बिना मत विभाजन के प्रावधान के तहत चर्चा चाहते है।
जानकारी के अनुसार, बसपा अध्यक्ष मायावती ने भी कहा कि दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारी तय करें कि एफडीआई पर किस नियम के तहत चर्चा होगी। वहीं, तृणमूल कांग्रेस का कहना रहा कि एफडीआई के मुद्दे पर सदन में किस नियम के तहत चर्चा हो, यह अध्यक्ष तय करें।
एफडीआई को लेकर जारी गतिरोध के बीच वरिष्ठ भाजपा नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि एफडीआई के मुद्दे पर हम मत विभाजन के प्रावधान के तहत चर्चा कराना चाहते है और यह बात हमने सरकार से कह दी है। अब गेंद सरकार के पाले में है।
इससे पहले, बहुब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के मुद्दे पर संसद में जारी गतिरोध को दूर करने के लिए आज सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें इस विषय पर सदन में चर्चा कराने के लिए सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच कोई फार्मूला निकालने का प्रयास किया गया।
संसद भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक में लोकसभा में नेता सदन सुशील कुमार शिंदे, वित्त मंत्री पी चिदंबरम, संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ, वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा के अलावा राकांपा अध्यक्ष एवं कृषि मंत्री शरद पवार, रालोद अध्यक्ष अजीत सिंह शामिल हुए।
बैठक में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली, तृणमूल कांग्रेस नेता सुदीप बंदोपाध्याय, जद यू अध्यक्ष शरद यादव, बसपा अध्यक्ष मायावती, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, माकपा नेता सीताराम येचुरी, भाकपा नेता डी राजा, शिवसेना के अनंत गीते, बीजद के अजरुन चरण सेठी, अन्नाद्रमुक के थम्बी दुरई, द्रमुक के टीआर बालू, सपा के रेवती रमण सिंह आदि ने हिस्सा लिया।
सर्वदलीय बैठक से कुछ ही देर पहले सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी। इससे पहले चिदंबरम, कमलनाथ और आनंद शर्मा ने भी बैठक की थी।
First Published: Monday, November 26, 2012, 09:14