Last Updated: Thursday, January 3, 2013, 09:56

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली/लखनऊ: समूचे उत्तर भारत के भीषण ठंड की चपेट में होने के बीच राष्ट्रीय राजधानी में सर्दी ने पिछले 44 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। सर्दी और कोहरे का सितम जारी है। कड़ाके की ठंड के चलते लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। उधर, ठंड की वजह से उत्तर प्रदेश में 15 और लोगों की जान चली गई। यूपी अब तक ठंड से मरने वालों की संख्या 107 हो गई है।
वहीं, राजधानी में हाड़ कंपाने वाली ठंड जारी है। गुरुवार सुबह दिल्ली में पारा और लुढ़क गया और न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। शीतलहर और कोहरे का असर रेल यातायात पर भी पड़ा है। दिल्ली आने और जाने वाली करीब 33 ट्रेनें लेट चल रही हैं, कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश में ठंड से होने वाली मौतों का सिलसिला जारी है। यूपी में शीतलहर का प्रकोप जारी है और मुजफ्फरनगर में पारा जमाव बिंदु के नजदीक पहुंच गया। 24 घंटे के दौरान राज्य के विभिन्न स्थानों पर ठंड लगने से कम से कम 15 और लोगों की मौत हो गई। सूत्रों के मुताबिक गलन भरी सर्दी और बर्फीली हवा चलने से प्रदेश के अनेक हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त है। पिछले 24 घंटे के दौरान ठंड लगने से मुजफ्फरनगर में चार, मथुरा में तीन, आगरा, बुलंदशहर और एटा में दो-दो तथा बाराबंकी और मिर्जापुर में एक-एक व्यक्ति की मृत्यु होने की खबर है। इसके साथ इस मौसम में ठंड लगने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 107 हो गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के कई हिस्सों में शीतलहर जारी है। पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के मुरादाबाद, मेरठ, बरेली, आगरा, गोरखपुर, लखनउ तथा कानपुर मंडलों में रात का तापमान सामान्य से काफी नीचे दर्ज किया गया है। इस अवधि में मुजफ्फरनगर राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा जहां पारा जमाव बिंदु के नजदीक 0.6 डिग्री सेल्सियस तक जा लुढ़का। अगले 24 घंटे के दौरान प्रदेश में कुछ स्थानों पर शीतलहर चलने तथा अनेक जगहों पर घना कोहरा गिरने का अनुमान है।
First Published: Thursday, January 3, 2013, 09:50