Last Updated: Sunday, May 5, 2013, 22:25
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली : रेल मंत्री पवन कुमार बंसल और कानून मंत्री अश्वनी कुमार के इस्तीफे की विपक्ष की मांग को कांग्रेस ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस कोर ग्रुप का कहना है कि फिलहाल दोनों मंत्री इस्तीफा नहीं देंगे।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सरकारी आवास पर रविवार शाम कांग्रेस कोर ग्रुप की हुई बैठक में दोनों मंत्रियों से फिलहाल इस्तीफा नहीं लेने का फैसला लिया गया है। दोनों मंत्रियों को लेकर उत्पन्न राजनीतिक स्थिति के अलावा और किन मुद्दों पर बातचीत हुई, इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है। बैठक के बाद कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने संवाददाताओं को बताया कि पार्टी ने दोनों मंत्रियों से इस्तीफा नहीं लेने का फैसला लिया है।
तिवारी ने कहा कि रेलवे अधिकारी से रिश्वत लेने के मामले की जांच अभी चल रही है इसलिए अभी इस मामले को लेकर किसी तरह का फैसला लेना उचित नहीं होगा। कानून मंत्री के बारे में तिवारी ने कहा, 'यह मामला चूंकि शीर्ष न्यायालय में विचाराधीन है। यदि मेरी जानकारी सही है तो इस पर सर्वोच्च न्यायालय में 8 मई को सुनवाई होनी है। अपने कानूनी अधिकारियों के माध्यम से सरकार अपनी बात सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष रखेगी।'
ज्ञात हो कि केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार कोयला ब्लॉक आवंटन पर सर्वोच्च न्यायालय में पेश की जाने वाली सीबीआई रिपोर्ट को पुनरीक्षित किए जाने को लेकर विपक्ष के निशाने पर हैं तो रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी से 90 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में भांजे की गिरफ्तारी के बाद रेल मंत्री पवन कुमार बंसल विवादों में फंस गए हैं।
इससे पहले, बैठक को लेकर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी और अपने राजनीतिक सचिव अहमद पटेल से मुलाकात की थी। शनिवार को भी पवन कुमार बंसल और अश्वनी कुमार के मंत्री पद से इस्तीफे को लेकर कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक हुई थी, लेकिन कोई फैसला नहीं हो पाया था।
मालूम हो कि संप्रग सरकार के दोनों ही मंत्रियों (बंसल और अश्वनी) के खिलाफ विपक्ष खासकर भाजपा इस्तीफे की मांग कर रही है। बंसल के इस्तीफे को लेकर जहां चंडीगढ़ और दिल्ली में जबरदस्त प्रदर्शन हो रहे हैं वहीं कानून मंत्री अश्वनी कुमार के इस्तीफे की मांग को लेकर भाजपा लोकसभा से वाकआउट कर चुकी है। दोनों ही मुद्दों पर कांग्रेस बैकफुट पर है।
First Published: Sunday, May 5, 2013, 21:13