Last Updated: Sunday, June 9, 2013, 23:27
ज़ी मीडिया ब्यूरो/एजेंसीपणजी : अगले लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा के अभियान का जिम्मा संभालने के बाद नरेंद्र मोदी ने आज परोक्ष रूप से चुनावी बिगुल फूंकते हुए विभिन्न मोर्चों पर संप्रग सरकार पर निशाना साधा और पार्टी कार्यकर्ताओं से ‘कांग्रेस मुक्त भारत निर्माण’ के लिए एकजुट होने का आह्वान किया।
चुनावों के लिए पार्टी का चेहरा बनने की नई भूमिका के बाद अपने पहले बयान में मोदी ने कहा कि भाजपा कांग्रेस को सत्ता से बेदखल करने के लिए रणनीति बनाएगी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कार्यों को जहां छोड़ा है उसे आगे बढ़ाएगी। उन्होंने संप्रग सरकार पर हमला करते हुए कहा कि उसने देश को हल्के में लिया है और भ्रष्टाचार के कई आरोपों और आंतरिक सुरक्षा, आर्थिक स्थिति और विदेश नीति जैसे विभिन्न मोर्चों पर नाकामी के बावजूद ‘बेशर्म’ है।
प्रचार समिति का अध्यक्ष बनने के बाद यहां भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि जनता के दिल में जगह बनाने के लिए काम कीजिए। उन्होंने कार्यकर्ताओं से ‘कांग्रेस मुक्त भारत निर्माण’ का सपना देखने और अगले आम चुनावों में संप्रग सरकार को सत्ता से बाहर करके इस दिशा में काम करने के लिए कहा।
संप्रग को ‘डूबता जहाज’ करार देते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा का एजेंडा सरकार बदलना नहीं बल्कि देश का विकास करना और इसे इसकी ‘उचित प्रतिष्ठा’ दिलाना है। मोदी ने कहा कि देश की जनता का संप्रग सरकार पर विश्वास नहीं रहा है। उन्होंने इस बिन्दु पर जोर देने के लिए किसानों की समस्याओं और महिलाओं की सुरक्षा का हवाला दिया।
आंतरिक सुरक्षा के मुद्दे पर मोदी ने कहा कि संप्रग सरकार नक्सलवाद से कड़ाई से निबटने के बारे में बात कर रही है लेकिन कहा जा रहा है कि वामपंथी विचारधारा से सहानुभूति रखने वाले कुछ लोगों की योजना आयोग और सोनिया गांधी नीत राष्ट्रीय सलाहकार परिषद (एनएसी) में नियुक्ति हुई है। उन्होंने एनएसी पर निशाना साधते हुए कहा कि इसका गठन प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाले योजना आयोग से ऊपर किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘अगर आपको एनएसी का गठन करना था तो फिर प्रधानमंत्री की क्या जरूरत है?’ मोदी ने संप्रग सरकार पर युवाओं के भविष्य के बारे में गंभीर नहीं होने का आरोप लगाते हुए चेताया कि अगर उनकी ऊर्जा को सही दिशा में नहीं ले जाया गया तो अशांति पैदा हो सकती है।
मोदी ने कहा, ‘मैं राजनाथ सिंह का आभारी हूं। जो दायित्व मिला है उसे पूरा करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे। मेरे संस्कारों पर मेरा अधिकार नहीं बल्कि भाजपा के कार्यकर्ताओं एवं देश का नागरिकों का है। मेरी क्षमता पर कार्यकर्ताओं पर अधिकार है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने मुझे चलना सिखाया।’ मोदी ने कहा कि सत्ता हमारे लिए भोग का साधन नहीं है और केंद्र पर भ्रष्टाचार के आरोपों का असर नहीं है। मोदी ने कहा, ‘राजनीति को हमने सेवा का माध्यम माना।’
मोदी ने कहा कि सरकार ने इस देश को `टेकेन फॉर गांटेड` माना है। देश के नौजवानों को रोजगार भाजपा ने दिया है। युवाओं की शक्ति एवं सामर्थ्य का उपयोग करना होगा। युवाओं पर ध्यान केंद्रित करना होगा। देश की 65 प्रतिशत जनसंख्या 35 साल की है जिसका उपयोग करना होगा। मोदी ने कहा कि दिल्ली की सल्तनत पूरी तरह विफल हो चुकी है। किसी भी मोर्चे पर इस सरकार ने ठीक काम नहीं किया है। यूपीए के शासन से इस देश को बचाना है। भारत और देश के नौजवानों के भविष्य को असुरक्षित नहीं छोड़ा जा सकता।
First Published: Sunday, June 9, 2013, 17:54