कानून के साथ समाज में भी बदलाव जरूरी : प्रतिभा पाटिल

कानून के साथ समाज में भी बदलाव जरूरी : प्रतिभा पाटिल

कानून के साथ समाज में भी बदलाव जरूरी : प्रतिभा पाटिलज़ी न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली : दिल्ली गैंगरेप पीड़िता की मौत पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने शनिवार को कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी घटना की पुनरावृति न हो। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि इस घटना ने देशवासियों को हिला कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि कहीं न कहीं सिस्टम फेल हो गया है। इन कानूनों को लागू करने वालों की मानसिकता में परिवर्तन की जरूरत है। उन्होंने दिल्ली गैंगरेप के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की।

उन्होंने कहा, `हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी घटना दोबारा न हो। सरकार को कड़े कानून बनाने चाहिए व कड़ाई से लागू भी करना चाहिए ताकि कोई ऐसी घिनौनी वारदात फिर न कर सके।` पाटिल ने कहा कि ऐसे मामलों को काबू में लाने के लिए केवल कानूनों से काम नहीं चलने वाला, जरूरत है हमारे समाज से बुराई को खत्म करने की। पाटिल ने इस घटना के विरोध में हो रहे विरोध-प्रदर्शनों पर कहा कि जब देश की युवा पीढ़ी सही वजहों के लिए लड़ते हैं तो शांतिपूर्ण प्रदर्शनों की इजाजत दी जानी चाहिए।

पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि जब वे राष्ट्रपति पद पर थीं तब उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर राज्यपालों की एक समिति बनाई थी। इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी गई थी। उस रिपोर्ट के आधार पर महिलाओं के लिए राष्ट्रीय अभियान शुरू किया गया था।

First Published: Saturday, December 29, 2012, 21:11

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