Last Updated: Monday, December 10, 2012, 18:29

नई दिल्ली: मुंबई में 2008 के आतंकवादी हमले में शामिल लश्कर ए तय्यबा के आतंकी अजमल कसाब को 21 नवंबर को पुणे की एक जेल में फांसी दिये जाने के बाद से न तो उसके परिजनों और न ही पाकिस्तान ने उसके शव को भेजने का कोई आग्रह किया है।
यह जानकारी सोमवार को केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने दी। उनसे सवाल किया गया था कि क्या कसाब के परिजनों ने उसका शव उन्हें सौंपे जाने का कोई आग्रह भेजा है।
शिन्दे ने कहा कि न तो कसाब और न ही पाकिस्तान , जहां कसाब की मां और अन्य रिश्तेदार रहते हैं , ने ऐसा कोई आग्रह किया है।
यह पूछने पर कि पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक की आगामी भारत यात्रा के दौरान क्या लश्कर संस्थापक हाफिज सईद के खिलाफ भारत को नये सबूत पडोसी देश को सौंपेगा, गृह मंत्री ने कहा कि हमें इस बारे में बातचीत जारी रखनी होगी। पिछले कुछ समय से इस बारे में बात चल भी रही है।
यह कहे जाने पर कि भारत की ओर से अब तक तो साक्ष्य पाकिस्तान को सौंपे गये हैं, उन्हें मानने से पाकिस्तान इंकार कर रहा है, शिन्दे ने कहा कि हाल ही में मालदीव में उनकी मलिक से बातचीत हुई थी, तब उन्होंने स्पष्ट कहा था कि सईद पाकिस्तान में खुले आम घूम रहा है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
इस सवाल पर कि क्या वह मुंबई आतंकी हमले की साजिश में शामिल लोगों के खिलाफ पाकिस्तान की अदालत में चल रहे मुकदमे की कार्यवाही से संतुष्ट हैं, शिन्दे ने कहा कि मामला चूंकि अदालत में है, इसलिए वह इस बारे में कुछ नहीं बोल सकते। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 10, 2012, 18:29