Last Updated: Tuesday, August 20, 2013, 19:44

नई दिल्ली : कोयला ब्लॉक आवंटन से जुड़ी फाइलों के गायब होने के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा मंगलवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से बयान की मांग को लेकर संसद के दोनों सदनों में कामकाज बाधित हुआ। लोकसभा की कार्यवाही 11 बजे शुरू होते ही वामदलों और जनता दल (यूनाइटेड) ने महंगाई का मुद्दा उठाया। बाध्य होकर अध्यक्ष मीरा कुमार को सदन की कार्यवाही डेढ़ घंटे के लिए स्थगित कर देनी पड़ी। हंगामे के चलते फूड बिल पर चर्चा नहीं हो सकी।
सदन की कार्यवाही जब पुन: शुरू हुई तो विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कोयला ब्लॉक आवंटन से जुड़ी फाइलों के गायब होने के मुद्दे पर प्रधानमंत्री के बयान की मांग की। उन्होंने कहा कि इन दस्तावेजों में कांग्रेस के नेताओं के नाम हैं।
सुषमा ने कहा, "प्रधानमंत्री को सदन में आना चाहिए और गायब हुई फाइलों पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। इन फाइलों में कोयला ब्लाक आवंटन प्रक्रिया में शामिल कांग्रेस के नेताओं के नाम हैं।"
एक ऑपरेशन के कारण दो हफ्ते बाद सदन में लौटे गृहमंत्री और सदन के नेता सुशीलकुमार शिंदे से सुषमा ने आग्रह किया कि वह प्रधानमंत्री को सदन में लेकर आएं।
भाजपा, जद (यू) और शिवसेना के सदस्यों ने इस मुद्दे पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। मार्क्सरवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सदस्यों ने महंगाई का मुद्दा उठाया। तेलुगू देशम पार्टी (माकपा) और कांग्रेस के सदस्यों ने तेलंगाना के गठन के फैसले का विरोध किया।
हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही पहले दोपहर, फिर एक बजे, दो बजे और अंत में पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। बुधवार को रक्षाबंधन के कारण छुट्टी है। इससे पहले रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी ने आईएनएस सिंधुरक्षक हादसे पर बयान दिया।
राष्ट्रीय उड्डयन विश्वविद्यालय और प्रथम राष्ट्रीय महिला विश्वविद्यालय व नागरिक उड्डयन प्राधिकरण से संबंधित विधेयक पेश किए गए।
कोयला ब्लॉक की गुमशुदा फाइलों पर राज्यसभा में भी बार-बार बाधा पड़ी और कामकाज 2.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। जैसे ही सुबह 11 बजे सदन की बैठक शुरू हुई, भाजपा सदस्यों ने लापता फाइलों का मुद्दा उठाया।
भाजपा सदस्य रविशंकर प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर बयान देना चाहिए। इस मुद्दे पर सदन पहली बार 10 मिनट के लिए स्थगित हुआ।
जब सदन की कार्यवाही फिर से शुरू हुई, तब कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल इस मुद्दे पर बयान देने के लिए खड़े हुए। भाजपा सदस्यों ने फिर हंगामा किया जिससे पीठासीन अधिकारी को कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित करने के लिए बाध्य होना पड़ा। इसके बाद सदन 2 बजे से 2.30 तक और अंतत: गुरुवार तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी गई। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, August 20, 2013, 19:32