Last Updated: Sunday, September 2, 2012, 21:10

नई दिल्ली : कोल ब्लॉक आवंटन से जुड़े भाजपा के आरापों का जवाब कांग्रेस के निचले पायदान का नेतृत्व जिस तरीके से दे रहा है, उससे पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी नाराज हैं। वह चाहती हैं कि पार्टी बड़ी राजनीतिक लड़ाई लड़े और भाजपा के दुष्प्रचारों का मुकाबला करे।
कांग्रेस कार्यसमिति के एक सदस्य ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा, `पार्टी के निचले पायदान का नेतृत्व (सचिव स्तर के पदाधिकारी) कोयला मामले पर भाजपा के आरोपों का जिस तरीके से जवाब दे रहा है, उससे सोनिया गांधी नाराज हैं। वह चाहती हैं कि पार्टी विपक्ष के दुष्प्रचार का मुकाबला करे और अपनी बात गांव स्तर तक ले जाए।`
नेता ने कहा कि सोनिया ने हाल ही में भाजपा के खिलाफ जो आक्रामक रुख अपनाया, उसका यही कारण है। संसद के अंदर और बाहर उन्होंने यह प्रचारित किया कि विपक्षी दल चाहते हैं कि संसद में गतिरोध बना रहे और मानसून सत्र बिना कामकाज का सात सितम्बर को खत्म हो जाए। उन्होंने कहा, `भाजपा से राजनीतिक लड़ाई लड़ने के लिए स्थानीय स्तर के पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरना होगा। लिहाजा, सोनिया ने कड़ा रुख अपनाया।`
कांग्रेस नेताओं के अनुसार, भाजपा संसद इसलिए नहीं चलने दे रही है कि मध्यावधि चुनाव की नौबत आ जाए और उसकी किस्मत चमके। कार्यसमिति के एक अन्य सदस्य ने बताया, `सोनिया गांधी की भी सब्र की एक सीमा है।` कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने बताया कि भाजपा सीएजी की रिपोर्ट को आधार बनाकर देश में विषाक्तता की काली छाया देश भर में फैला रही है। उन्होंने कहा, `भाजपा के इस दुष्ष्प्रचार के खिलाफ हमें सच्चाई सबके सामने रखनी होगी और वह भी आक्रामकता के साथ।`
उल्लेखनीय है कि भाजपा ने कोल आवंटन मुद्दे सहित कई राजनीतिक मसलों को लेकर सड़कों पर उतरने का ऐलान किया है। वहीं सोनिया गांधी चाहती हैं कि कांग्रेस के कार्यकर्ता भी सड़कों पर उतरें और भाजपा के आरोपों का मुंहतोड़ जवाब दें। (एजेंसी)
First Published: Sunday, September 2, 2012, 21:04