गुजरात पुलिस के रवैये से संसदीय समिति नाराज

गुजरात पुलिस के रवैये से संसदीय समिति नाराज

नई दिल्ली : एक महिला कांग्रेसी सांसद पर कथित हमले के मुद्दे को लेकर लोकसभा की विशेषाधिकार समिति ने गुजरात पुलिस के आचरण पर ‘गहरी नाराजगी’ जाहिर करते हुए पुलिस प्रशासन को जनप्रतिनिधियों के प्रति संवेदनशील बनाए जाने की पुरजोर सिफारिश की है।

पीसी चाको की अध्यक्षता वाली समिति ने आज लोकसभा में पेश की गई अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पुलिस अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों के प्रति उनकी गरिमा के अनुकूल सम्मानजनक व्यवहार करने के बारे में समय-समय पर संवेदनशील बनाए जाने की जरूरत है।

यह घटना गुजरात के दाहोद जिले की सांसद डॉ. प्रभा किशोर ताविआड़ को राज्य पुलिस द्वारा उस कार्यक्रम में भाग लेने से रोके जाने से संबंधित है जिसमें मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को शामिल होना था। पुलिस ने जबरन डॉ. प्रभा को न केवल समारोह में जाने से रोका बल्कि उनके साथ बदसलूकी भी की। हालांकि रिपोर्ट में बताया गया है कि पुलिस प्रशासन ने सांसद से इस व्यवहार के लिए माफी मांगी है।

पिछले वर्ष मई की इस घटना में शामिल पुलिसकर्मियों को कड़ी फटकार लगाते हुए समिति ने उम्मीद जताई है कि गुजरात सरकार इस प्रकार की घटनाओं का दोहराव रोकने के लिए उचित उपाय करेगी। समिति ने कहा है कि इस मामले में विशेषाधिकार हनन का कोई मामला नहीं बनता लेकिन सिफारिश की है कि दाहोद के पुलिस उपाधीक्षक एसपी सारंग के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए। समिति ने सांसद के खिलाफ अत्याधिक बल प्रयोग की भी निंदा की है। (एजेंसी)

First Published: Friday, September 6, 2013, 18:44

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