Last Updated: Monday, February 18, 2013, 17:02

नई दिल्ली : अफजल गुरु का शव सौंपने की उसके परिवार वालों की मांग को सरकार संभवत: ठुकरा देगी। संसद भवन पर 2001 में हुए आतंकवादी हमले में दोषी पाये गये अफजल को तिहाड जेल में फांसी दी गयी थी और वहीं उसे दफन कर दिया गया।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि इस संबंध में अंतिम फैसला जल्द लिया जाएगा और फैसले से जम्मू कश्मीर सरकार को सूचित कर दिया जाएगा।
राज्य सरकार ने अफजल की पत्नी तबस्सुम का पत्र उत्तर कश्मीर में बारामुला के उपायुक्त को भेजा है। पत्र में मांग की गयी है कि अफजल का शव उसके परिवार वालों को दिया जाए।
केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि अफजल को तिहाड जेल परिसर में ही दफन किया गया है। जेल मैनुएल के अनुरूप ऐसा किया गया है और राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति सहित विभिन्न पहलुओं के मद्देनजर सरकार का ऐसा कोई इरादा नहीं है कि अफजल का शव उसके परिवार को सौंपा जाए।
जम्मू कश्मीर की मुख्य विपक्षी पार्टी पीडीपी सहित विभिन्न संगठन और अलगाववादी समूह अफजल के शव को सौंपने की मांग कर रहे हैं। उसे नौ फरवरी को फांसी दी गयी थी।
कश्मीर घाटी में कल अफवाहों का बाजार गर्म था कि अफजल का शव आ चुका है और उसे अंधेरे में ही दफन किया जा रहा है। यह खबर सोशल नेटवर्किंग साइटों के जरिए जंगल में आग की तरह फैली।
पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे से अफजल की फांसी की खबर उसके परिवार वालों को देने में हुए विलंब पर नाराजगी जतायी थी।
सिंह ने शिन्दे से कहा था कि अफजल के परिवार को फांसी से पहले ही सूचित किया जाना चाहिए था।
सरकार पहले ही कह चुकी है कि वह अफजल के परिवार वालों को उसकी कब्र तक जाने देगी लेकिन परिवार वालों ने इस पेशकश को यह कहकर ठुकरा दिया है कि वे अफजल का शव चाहते हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 18, 2013, 14:58