Last Updated: Wednesday, August 1, 2012, 00:41
जी न्यूज ब्यूरो/एजेंसीनी दिल्ली: देश को दो दिनों के भीतर व्यापक बिजली संकट का सामना करना पड़ा। सोमवार को जहां इस संकट से छह राज्य प्रभावित हुए थे वहीं मंगलवार को आया संकट कहीं उससे व्यापक था। मंगलवार को ग्रिड फेल होने से देश के 21 राज्य अंधेरे में डूब गए और करीब 60 करोड़ लोग प्रभावित हुए।
ग्रिड फेल होने की वजह राज्यों द्वारा निर्धारित मात्रा से अधिक बिजली खींचना बताया जा रहा है। इसे गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय बिजली नियामक आयोग (सीईआरसी) ने मंगलवार को पांच राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों को 14 अगस्त को उसके समक्ष उपस्थित होने के लिए सम्मन जारी किया है।
देश में 20 से अधिक राज्यों को जोड़ने वाले तीन ग्रिड आज ठप होने से देश का आधे से अधिक हिस्सा फिर बिजली संकट में आ गया।
नॉर्दर्न, ईस्टर्न तथा नॉर्दर्न-ईस्टर्न ग्रिड फेल हो जाने के कारण देश के उत्तरी, पूर्वी तथा पूर्वोत्तर हिस्से में दोपहर से ही बिजली गुल हो गई। इसका असर रेल तथा मेट्रो के परिचालन के साथ-साथ अन्य आवश्यक सेवाओं पर भी पड़ा।मंगलवार को ग्रिड फेल हो जाने के कारण जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखण्ड, सिक्किम, असम, मेघालय, त्रिपुरा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम तथा अरुणाचल प्रदेश में बिजली का संकट पैदा हो गया। उत्तरी ग्रिड लगातार दूसरे दिन ठप हुआ जबकि पूर्वी तथा उत्तर-पूर्वी ग्रिड भी आज ठह गया। ये तीनों ग्रिड लगभग 50,000 मेगावाट बिजली प्रेषण करते हैं।
पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक व अध्यक्ष आर. एन. नायक ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में 50 प्रतिशत बिजली बहाल कर दी गई है, जबकि देश के उत्तरी हिस्से में 20 प्रतिशत बिजली बहाल हुई है। पूरे देश में बिजली आपूर्ति बहाल करने की कोशिशें की जा रही हैं।
इन ग्रिड के ठप होने से जहां देश के आधे से अधिक हिस्से में बिजली बंद हो गई वहीं आवश्यक सेवाएं तथा सार्वजनिक परिवहन प्रणाली बाधित हुई। भारतीय रेलवे तथा दिल्ली मेट्रो का परिचालन भी बाधित हुआ। बिजली मंत्रालय के अधीन नेशनल लोड डिस्पैच सेंटर ने एक सूचना में कहा है कि ग्रिड लगभग एक बजे ठप हुआ जिससे उत्तरी ग्रिड, पूर्वी ग्रिड तथा पूर्व उत्तर पूर्वी ग्रिड प्रभावित हुआ।
तीन ग्रिडों के ठप होने से लगभग 22 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेश प्रभावित हुए। उत्तरी ग्रिड तीन क्षेत्रों को बिजली देता है जिसमें पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचलप्रदेश, जम्मू कश्मीर, तथा चंडीगढ़ शामिल है।
पूर्वी ग्रिड के दायरे में आने वो राज्यों में पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, उड़ीसा व सिक्कम है। देश में कुल मिलाकर पांच बिजली ग्रिड हैं और दक्षिणी ग्रिड के अलावा सभी आपस में जुड़े हैं। इन ग्रिड का संचालन पावर ग्रिड कारपोरेशन करती है।
ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा है कि राज्यों द्वारा बिजली की अत्यधिक खपत के चलते यह संकट खड़ा हुआ है। हालांकि उन्होंने एक से दो घंटे के भीतर स्थिति के सामान्य होने का आश्वासन दिया है।
बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण देश के सभी छह रेलवे क्षेत्र में रेल सेवाएं पूरी तरह ठप्प हो गई। रेल मंत्रालय में जनसम्पर्क विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक अनिल सक्सेना ने कहा कि आठ राज्यों में करीब 300 रेलगाड़ियां जगह-जगह रुकी रहीं, जिसके कारण करीब तीन लाख रेल यात्री फंसे रहे।
नॉर्दर्न ग्रिड फेल होने के कारण दिल्ली में सभी छह मार्गो पर मेट्रो सेवा भी ठप्प हो गई। दिल्ली मेट्रो के एक अधिकारी ने बताया कि नॉर्दर्न ग्रिड फेल होने के कारण सभी रेल सेवाएं ठप्प हो गईं और सभी स्टेशनों पर प्रवेश बंद कर दिया गया है। जो रेलगाड़ियां रास्ते में रुकी हुई थीं, उन्हें नजदीक के स्टेशन तक लाया गया।
First Published: Wednesday, August 1, 2012, 00:41