जन लोकपाल आने तक मैदान नहीं छोड़ेंगे - Zee News हिंदी

जन लोकपाल आने तक मैदान नहीं छोड़ेंगे

ज़ी न्यूज़ ब्यूरो

नई दिल्ली : जन लोकपाल विधेयक की मांग पर अड़े गांधीवादी कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने सरकार को संकेत दे दिया है कि यह आंदोलन लंबा खिंचने वाला है. शुक्रवार को खचाखच भरे अनशन स्थल रामलीला मैदान के मंच से उन्होंने कहा कि जब तक जन लोकपाल विधेयक नहीं लाया जाता तब तक वह रामलीला मैदान नहीं छोड़ेंगे.

तिहाड़ जेल से निकलने के बाद रामलीला मैदान पहुंचे हजारे ने कहा ‘हम यह मैदान तब तक नहीं छोड़ेंगे जब तक कि जन लोकपाल विधेयक नहीं लाया जाता.’ अपने अनशन के चौथे दिन भी 73 वर्षीय हजारे पूरी तरह स्वस्थ दिखे और जब वह राजघाट से निकल रहे थे तो बारिश से बचने के लिए थोड़ी दूर तक दौड़े भी. हालांकि, मंगलवार से आज तक उनका तीन किलो वजन कम हो गया है.

गौरतलब है कि सरकार के साथ हुए समझौते के बाद हजारे को पंद्रह दिन तक रामलीला मैदान में अनशन करने की छूट मिली है. तिहाड़ जेल और रामलीला मैदान में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए हजारे स्पष्ट कर चुके हैं कि भारत को भ्रष्टाचार से मुक्त कराने के लिए दूसरे स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत हो चुकी है.

रामलीला मैदान में समर्थकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा ‘साल 1942 में एक आंदोलन हुआ था जिसके कारण ब्रिटिश लोगों को भारत छोड़ना पड़ा था लेकिन लूट और बुरा बर्ताव अभी तक रूका नहीं है. इसीलिए, दूसरे स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत हुई है. अन्ना रहे ना रहे आप संघर्ष के इस मशाल को बुझने मत दीजिएगा.’ बीते मंगलवार सुबह पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन जब सरकार ने उनकी बिना शर्त रिहाई के आदेश दिये तब भी उन्होंने जेल से बाहर आने से इनकार कर दिया था.

इसके बाद सरकार और अन्ना पक्ष के बीच हुए समझौते के बाद इस बात पर सहमति बनी कि जेपी पार्क की जगह हजारे पच्चीस हजार की क्षमता वाले रामलीला मैदान में पंद्रह दिनों तक अनशन करेंगे. हालांकि, पुलिस ने शुर में उन्हें अनुमति दी थी कि वह पांच हजार की क्षमता वाले जेपी पार्क में 16 अगस्त से लेकर अगले तीन दिनों तक अनशन करें. एक अन्य घटना में हजारे के सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह अनशन और प्रदर्शन पंद्रह दिनों से ज्यादा समय तक चलेगा और यह सरकार की प्रतिक्रिया पर निर्भर करेगा. इन सब चीजों को देखते हुए आंदोलन के लंबे समय तक खिंचने के आसार हैं.

जुलूस के लिये एक छोटे ट्रक पर सवार होने से पहले उन्होंने अपने समर्थकों से अपील की कि वे हिंसा नहीं करें और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचायें. अपने करीबी अरविंद केजरीवाल और सुरेश पठारे के साथ मौजूद हज़ारे ने अपने समर्थकों से रामलीला मैदान पर शुरू होने वाले अनशन में शामिल होने का अनुरोध किया. हज़ारे के समर्थक इस जुलूस में अपने साथ तिरंगा लिये हुए थे.

First Published: Friday, August 19, 2011, 18:14

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