Last Updated: Monday, January 30, 2012, 10:05
बैंगलुरू: विवादस्पद एंट्रिक्स-देवास करार के मामले में अपने और छह शीर्ष अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के खिलाफ सरकारी कार्रवाई से जूझ रहे इसरो के पूर्व अध्यक्ष जी माधवन नायर ने सोमवार को मांग की कि सरकारी पदों पर दोबारा नियुक्ति से उन्हें रोकने वाला आदेश ना सिर्फ वापस लिया जाए बल्कि इस आदेश के लिए जिम्मेदार लोगों को माफी भी मांगनी चाहिए।
नायर ने कहा, ‘निश्चित रूप से उन्हें ना सिर्फ मुझसे बल्कि सारे देश से माफी मांगनी चाहिए। किसी ने कानून अपने हाथ में ले लिया है, और उन्हें देश के समक्ष माफी मांगनी चाहिए।’
उन्होंने कहा कि पूर्व आदेश सरकार के निर्देश पर लिया गया था और सक्षम अधिकारी ने फैसला किया था। अंतरिक्ष वैज्ञानिक ने कहा, ‘अब अगर सरकार इसपर गंभीर है तो उसे तथाकथित सक्षम अधिकारी को जरूरी कदम उठाने के लिए निर्देश देना होगा।’
माधवन ने कहा कि सरकार को उनसे और तीन अन्य वैज्ञानिकों से सीधे संपर्क करना चाहिए ना कि मीडिया के माध्यम से उनके विचार जानने चाहिए।
उन्होंने कहा कि सच्चाई स्थापित की जानी चाहिए क्योंकि यह उनकी प्रतिष्ठा का प्रश्न है। नायर ने प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री वी नारायणसामी के बयान कहा, ‘मैं नहीं जानता कि उन्हें क्यों ऐसे बयान देने चाहिए।’
नारायणसामी ने कहा था कि सरकार नायर और अन्य वैज्ञानिकों की बात सुनने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, ‘अगर कभी उन्होंने हमारे विचार मांगे तो हम अपने विचार पेश करेंगे। और इस समय तक, उन्हें हम सभी के विचारों की जानकारी मिल जाएगी।’
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 31, 2012, 10:01