तीसरा मोर्चा व्यावहारिक नहीं : रामविलास

तीसरा मोर्चा व्यावहारिक नहीं : रामविलास

मुंबई : लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने देश में तीसरे मोर्चे की संभावना को आज यह कहकर नकार दिया कि इसके संभावित घटक दलों के बीच ‘विरोधाभास’ है।

पासवान ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘तमिलनाडु में द्रमुक और अन्नाद्रमुक साथ नहीं जा सकते। ऐसे ही उत्तर प्रदेश में बसपा और सपा साथ नहीं आ सकते। पश्चिम बंगाल में यही बात तृणमूल कांग्रेस और वाम मोर्चे के साथ है। ऐसी परिस्थितियों में तीसरे मोर्चे को व्यावहारिक बनाने का कोई रास्ता नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि तीसरे मोर्चे के साथ हमारा अनुभव अच्छा नहीं रहा है।

यह पूछे जाने पर कि क्या राजग के साथ जाने की कोई संभावना है, लोजपा प्रमुख ने कहा कि वह राजग के साथ नहीं जाएंगे और अगला चुनाव (बिहार में) लालू प्रसाद के साथ मिलकर लड़ेंगे। पासवान ने अपराध बढ़ने और नकली शराब से संबंधित मामलों के लिए बिहार की नीतीश कुमार नीत सरकार को आड़े हाथ लिया।

बाबासाहेब अंबेडकर के पौत्र एवं भारिप बहुजन महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर ने कहा था कि राजनीतिक आरक्षण को समाप्त करने का समय आ गया है। इस बयान के बारे में पूछे जाने पर लोजपा प्रमुख ने कहा कि ऐसे बयान दलित विरोधी हैं। उन्होंने कहा, ‘यदि कोई चीज खत्म होनी चाहिए तो वह है जाति प्रथा। यह ज्यादा अंतरजातीय विवाह से ही संभव हो पाएगा।’

पासवान ने कहा कि मुंबई और दिल्ली में बाबा साहेब अंबेडकर के स्मारकों को वही दर्जा दिया जाना चाहिए जो राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि को दिया गया है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल गांधी का समर्थन करेंगे, पासवान ने कहा कि यह कांग्रेस का अंदरूनी मामला है। उन्होंने कहा, ‘मैं इतना कह सकता हूं कि सोनिया गांधी ने देश के लिए काफी बलिदान दिया।’ (एजेंसी)

First Published: Saturday, January 19, 2013, 22:02

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