Last Updated: Thursday, April 11, 2013, 20:00
नई दिल्ली : भाजपा ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामले में जगदीश टाइटलर की कथित संलिप्तता से जुड़े मामले को फिर से खोलने के अदालत के फैसले का गुरुवार को स्वागत करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस सीबीआई का दुरूपयोग करके इन दंगों में शामिल अपने नेताओं को अब तक बचाती आई है। उसने हालांकि, इस दंगे की तुलना गुजरात दंगों से किए जाने को एकदम गलत बताया।
पार्टी प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने यहां कहा कि इस कांग्रेस प्रायोजित दंगों की जांच करने वाले विभिन्न आयोगों ने दंगों में संलिप्ता के लिए कमलनाथ, सज्जन कुमार, धर्मदास शास्त्री और एचकेएल भगत के नाम लिए हैं। उन्होंने कहा कि टाइटलर को सीबीआई ने 2009 में क्लीन चिट दी थी और इस जांच एजेंसी के तबके प्रमुख को यह क्लीन चिट देने की उनकी सेवाओं के लिए राज्यपाल का पद देकर इनाम दिया गया।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि विभिन्न आयोगों ने इस बात को उजागर किया है कि 1984 के दंगों में कांग्रेसी नेताओं ने कथित तौर पर दंगाई भीड़ को उकसाया और उन्हें सिख मकानों की शिनाख्त के लिए मतदाता सूची और राशनकार्ड की प्रतियां तक उपलब्ध कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि जर्मनी में नाजियों द्वारा यहूदियों के मकानों पर क्रास का निशान बना कर उन पर हमले करने जैसी बातों को सिख विरोधी दंगों में दोहराया गया।
सीतारमण ने कहा कि पीड़ित समुदाय से संबंध रखने वाले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2005 में संसद में 1984 के दंगों को ‘बड़ी त्रासदी’ तो बताया लेकिन पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए कुछ नहीं किया। (एजेंसी)
First Published: Thursday, April 11, 2013, 20:00