Last Updated: Wednesday, February 1, 2012, 11:40
बेंगलुरु : विवादस्पद एंट्रिक्स-देवास करार में सरकारी नौकरियों के लिए काली सूची में डाले गए अंतरिक्ष वैज्ञानिकों में शामिल ए भास्करनारायण ने बुधवार को कहा कि इस कार्रवाई से वह खुद को दयनीय स्थिति में पाते हैं और समाज में अपने मुकाम को ले कर चिंतित हैं।
इसरो के पूर्व वैज्ञानिक सचिव भास्करनारायण ने कहा, हम खुद को दयनीय महसूस कर रहे हैं। हमने 37 साल से ज्यादा काम किया रविवार समेत प्रति दिन औसतन नौ से 10 घंटे काम किया है, और एक दिन हमें (सरकारी नौकरियों को ले कर उनपर प्रतिबंध लगाने का) इस तरह का नोटिस दे दिया जाता है।
उन्होंने कहा, इस तरह की तात्कालिकता और आपदा केवल हम चार लोगों के लिए? देश में हम ही नहीं हैं। भास्करनारायण से जब पूछा गया कि वह ऐसा क्यों सोचते हैं कि कार्रवाई के लिए चार को ही चुना गया, तो उन्होंने कहा, हम चार उस समय ऐसे पद पर थे जो उस क्षेत्र (ऐंट्रिक्स-देवास करार) से संबंधित थे और अहम थे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 1, 2012, 17:12