दिल्ली गैंगरेप: आलोचकों को आसाराम बापू ने कहा- भौंकने वाला कुत्ता

दिल्ली गैंगरेप: आलोचकों को आसाराम बापू ने कहा- भौंकने वाला कुत्ता

दिल्ली गैंगरेप: आलोचकों को आसाराम बापू ने कहा- भौंकने वाला कुत्ताज़ी न्यूज ब्यूरो

नई दिल्ली: देश के जानेमाने आध्यात्मिक संत आसाराम बापू एक बार फिर विवादास्पद बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। आसाराम बापू ने दिल्ली गैंगरेप के आलोचकों को भौंकने वाला कुत्ता करार दिया है जिसपर फिर बवाल मच रहा है।

उन्होंने अपने समर्थकों से बातचीत में कहा कि एक हाथी पर कुत्ता भौंकता है। एक कुत्ता भौंकने की शुरुआत करता है तो फिर दूसरा कुत्ता भी भौंकने लगता है। इस तरह सभी कुत्ते भौंकना शुरू कर देते हैं। अगर हाथी कुत्ते की तरफ दौड़ता है तो कुत्ते का महत्व बढ़ जाता है और मैं उन कुत्तों (गैंगरेप की आलोचना करनेवालों) की तरफ नहीं दौड़ूंगा। मैं उन कुत्तों की तरफ आखिर क्यूं दौड़ूं।

इस बयान में दिल्ली गैंगरेप की आलोचना कर रहे लोगों को आसाराम बापू ने भौंकने वाला कुत्ता और खुद को हाथी बताया है।

गौरतलब है कि आध्‍यात्मिक संत आसाराम बापू ने एक सत्संग के दौरान कहा था कि राजधानी दिल्‍ली में बीते 16 दिसंबर को हुए गैंगरेप वारदात के लिए पीडि़त लड़की भी उतनी ही जिम्‍मेवार है, जितना उसके साथ इस बर्बर दुष्‍कर्म को अंजाम देने वाले।

उन्‍होंने कहा था कि केवल 5-6 लोग ही दोषी और अपराधी नहीं है। पीडि़ता बेटी भी उतनी ही दोषी है, जितना कि उसके साथ रेप करने वाले। उसे अपराधियों (रेपिस्‍टों) को भाई कहना चाहिए था और ऐसा करने से रोकने के लिए उसे याचना करनी चाहिए थी। ऐसा करने से उसकी मर्यादा और जिंदगी बच जाती। क्‍या एक हाथ से ताली बजती है? मैं ऐसा नहीं सोचता हूं।


First Published: Tuesday, January 8, 2013, 17:05

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