Last Updated: Saturday, April 20, 2013, 17:33
ज़ी मीडिया ब्यूरो/एजेंसीनई दिल्ली : दिल्ली में पांच वर्षीया बच्ची से बलात्कार के आरोपी मनोज को बिहार से लेकर दिल्ली पुलिस शनिवार शाम दिल्ली पहुंच गई। पुलिस ने उसे मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार किया। घिनौनी वारदात को अंजाम देने के बाद मनोज दिल्ली से फरार हो गया था।
पांच वर्षीय बच्ची के साथ हुई बलात्कार की घटना के विरोध में राजधानी दिल्ली के कई स्थानों पर प्रदर्शन हो रहे हैं। शनिवार सुबह से दिल्ली पुलिस मुख्यालय और एम्स के बाहर लोग प्रदर्शन के लिए जुटे। जबकि शाम के समय प्रदर्शनकारियों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ की ओर कूच किया।
इस बीच, इंडिया गेट के पास धारा-144 लगा दी गई है और लोगों को वहां से हटा दिया गया है।
इसके पहले सोनिया गांधी ने कहा कि मामले में सिर्फ बात करने की नहीं बल्कि कड़ी कार्रवाई की जरूरत है।
सोनिया ने कहा कि इस मामले में केवल बात करने की जरूरत नहीं, बल्कि सख्त कार्रवाई की जरूरत है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पांच साल की ‘गुड़िया’ से दरिंदगी करने वालों पर हो कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
सोनिया के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि दिल्ली पुलिस के बड़े अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। सूत्रों ने यह भी बताया कि दिल्ली के पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार की कुर्सी छीनी जा सकती है। सूत्रों ने यह भी बताया कि इस मामले में पुलिस के रवैये से केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे नाराज हैं।
सूत्रों के मुताबिक लोगों के विरोध-प्रदर्शनों और सोनिया के रुख को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर सकता है।
पुलिस आयुक्त के इस्तीफे की मांग करते हुए शनिवार को बड़ी संख्या में लोग दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर जमा हो गए। बैनर हाथों में उठाए प्रदर्शनकारी सरकार और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। लगभग 300 प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली पुलिस आयुक्त नीरज कुमार के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि वह शहर में दुष्कर्म की घटनाओं पर रोक लगाने में विफल रहे हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी), स्टूडेंट फेडरेशन आफ इंडिया (एसएफआई) और आम आदमी पार्टी (एएपी) के कार्यकर्ता सहित अन्य प्रदर्शनकारियों ने पुलिस मुख्यालय परिसर में घुसने की कोशिश की।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘प्रवेश एवं निकास के रास्ते बंद हैं और पुलिस मुख्यालय में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है। मुख्यालय में जबरन घुसने की कोशिश कर रहे एक प्रदर्शनकारी को हिरासत में लिया गया है।’
पुलिस मुख्यालय के बाहर और अंदर 200 से अधिक महिला एवं पुरुष पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। किसी भी तरह की हिंसक गतिविधि को देखते हुए पानी की टंकी और आंसू गैस का भी इंतजाम किया गया है।
एक अधिकारी ने कहा, ‘हम उनसे शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने की अपील कर रहे हैं।’
प्रदर्शनकारी दोषी के लिए फांसी की सजा की भी मांग कर रहे हैं। एक युवा प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘16 दिसम्बर की घटना के बाद लगता है पुलिस ने इससे कुछ नहीं सीखा है। हम हर दिन इस तरह की दो या तीन घटनाओं के बारे में सुनते हैं। यह कब तक जारी रहेगा? आरोपियों को जरूर सजा मिलनी चाहिए और पुलिस पर सतर्क रहने का दबाव बढ़ाना चाहिए।’
प्रदर्शनकारी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एआईआईएमएस) के बाहर भी इकट्ठा हुए, जहां पीड़ित बच्ची का इलाज चल रहा है। पुलिस ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय और एम्स के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
First Published: Saturday, April 20, 2013, 16:52