`देश को जीवंत युद्धपोत उद्योग की जरूरत`

`देश को जीवंत युद्धपोत उद्योग की जरूरत`

कोलकाता : नौसेना प्रमुख एडमिरल डी.के. जोशी ने मंगलवार को कहा कि देश को युद्धपोत निर्माण के एक जीवंत एवं दक्ष उद्योग की जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने स्वदेशीकरण की भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता दोहराई।

एडमिरल जोशी ने तीसरे पनडुब्बी रोधी युद्ध पोत की लांचिंग के अवसर पर कहा कि स्वदेशीकरण नौसेना के युद्धपोत निर्माण एवं विकास कार्यक्रम का मुख्य एजेंडा रहा है। आज लांच किया गया युद्धपोत लगभग 90 प्रतिशत स्वदेशी है, और यह स्वदेशीकरण के प्रति नौसेना और उद्योग की प्रतिबद्धता का एक नायाब उदाहरण है।

जोशी ने कहा कि इसलिए मिशनों के संचालन में दक्ष नौसेना को शक्तिशाली और बहुमुखी बनाए रखने के लिए युद्धपोत निर्माण के एक जीवंत और दक्ष उद्योग की आवश्यकता है। एडमिरल जोशी की पत्नी चित्रा द्वारा नामकरण किए गए एवं लांच किया गया यह किलतान युद्धपोत गार्डेन रीच शिपयार्डर्स एंड इंजीनियर्य लिमिटेड द्वारा निर्मित होने वाला इस श्रेणी का तीसरा युद्धपोत है। इस श्रेणी के पहले पोत की आपूर्ति इस वर्ष और तीन अन्य पोतों की आपूर्ति 2016 तक होने की संभावना है। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, March 26, 2013, 21:38

comments powered by Disqus